हत्या की वारदातों से हिला बीबीएन

नालागढ़ (सोलन)। औद्योगिकीकरण के बाद जहां बीबीएन फार्मा हब के रूप में विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बना चुका है, वहीं यह क्षेत्र हत्याकांड के मामलों में भी हाशिये पर आने लगा है। एक के बाद एक हत्या की वारदातों ने बीबीएन को हिला दिया है। क्षेत्र में हुए तमाम हत्याकांड से जहां क्षेत्रवासी उन्हें याद करते हुए सिहर उठते है, वहीं पुलिस भी अपराधों पर नकेल कसने में नाकाम साबित नजर आ रही है। 2013 में ही हत्याकांड में बीबीएन में पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। हत्याकांड के मामलों में दो हत्याएं टोल बैरियर पर हुई हैं, जबकि क्षेत्र में एक सिर कटी लाश मिलने का सनसनी मामला भी सामने आया।

अपराधों पर नकेल कसने के दृष्टिगत वर्ष 2009 में जिला पुलिस सोलन से अलग करके जिला पुलिस बद्दी का गठन किया गया। लेकिन अपराधों की संख्या घटने के बजाय बढ़ ही रही है। लाहुल स्पीति जिले की संख्या में बद्दी में 200 पुलिस कर्मी क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाले हैं, लेकिन अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम नजर आ रही है। एसपी बद्दी एस अरुल कुमार का दावा है कि कई मामले तो सुलझा लिए गए हैं, लेकिन कई मामले पुलिस जांच में जुटी है।

सीमावर्ती इलाकों की गश्त मजबूत : डीजीपी
पुलिस महानिदेशक संजय कुमार ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में पुलिस चैक पोस्ट बनी हुई है और सीमावर्ती इलाकों की गश्त जोरों पर है। उन्होंने कहा कि अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है।

हत्या की वारदातों पर एक नजर

– 12 फरवरी, 2013 को सरसा नदी किनारे हांडा खुंडी में रामकरण पुत्र छोटू निवासी राम यूपी की हत्या।
– 24 फरवरी, 2013 को बद्दी में ज्वैलर्स कारोबारी राजेंद्र सिंह की गोली मारकर निर्मम हत्या। आरोपी रेहड़ी फड़ी चलाता था।
– तीन जून, 2013 को पंजाब बार्डर पर बघेरी टोल बैरियर पर कर्मी नरेश कुमार उर्फ गुटी की गोली और तलवारें से हमला कर हत्या।
– तीन नवंबर 2013 को बरोटीवाला टोल बेरियर कर्मी हरदेव उर्फ गोल्डी की निर्मम हत्या।
– दिसंबर, 2013 को बद्दी में एक प्रवासी की निर्मम हत्या, सिर हत्यारे ले उड़े। हत्यारोपी नहीं धरे जा सके, शव की भी शिनाख्त नहीं हुई।
– तीन सितंबर, 2011 को विवाह समारोह में शामिल होने आई एक युवती को अगवा कर कीरतपुर की नहर में मार कर फेंका गया।
– 23 अगस्त, 2013 को रामशहर के चिशन गांव में बिरोजे के ठेकेदार शिवलाल की हत्या का मामला।
– 21 जून, 2008 को मैहसा टिब्बा निवासी सैणीमाजरा में फोटोग्राफर की दुकान चलाने वाले परमजीत उर्फ गोल्डी की हत्या।
– वर्ष 2003 में लूट के ईरादे से नालागढ़ डाकघर में तैनात कर्मचारी पर नालागढ़ के रोपड़ चौक पर गोली दागकर हत्या।
– 13 अगस्त, 2008 को खेड़ा चक्क गांव की युवती ममता अगवा, चार साल बाद 2012 में उसका शव समीप के कुंए में मिला।
– दो जून, 2009 को जोघों से लापता हुआ बजिंद्र, हाईकोर्ट ने पुलिस को लताड़ लगाई तो नौ माह बाद केस दर्ज हुआ। हत्याकांड की जांच सीबीआई कर रही है।

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