शिक्षा बोर्ड की एक और कारगुजारी

धुसाड़ा (ऊना)। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुसाड़ा में शनिवार को स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक प्रधान राकेश कु मार की अध्यक्षता में हुई। इसमें चार मार्च से प्रारंभ होने जा रही बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं पर विचार-विमर्श किया गया। प्रबंधन समिति ने कहा कि शिक्षा बोर्ड ने धुसाड़ा स्कूल को पहले दस जमा एक के प्रश्न पत्र नहीं भेजे, अब नौवीं कक्षा के सभी विषयों के प्रश्न पत्र कम भेजने का कारनामा कर दिखाया है। बोर्ड की इस लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। प्रधान राकेश कुमार ने कहा कि शिक्षा बोर्ड अजीबोगरीब कारनामे करके बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। इस तरह की लापरवाही के लिए उत्तरदायी बोर्ड कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस बाबत जब उन्होंने दूरभाष पर बोर्ड कार्यालय से बात करने की कोशिश की तो उनसे दुर्व्यवहार किया गया। एसएमसी ने दस जमा एक कक्षा के इतिहास और राजनीति शास्त्र विषय के पेपरों की डेटशीट में अचानक बदलाव का भी कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि अब स्कूल प्रशासन के लिए विद्यार्थियों को नई परीक्षा तिथि के बारे में सूचना पहुंचाना कठिन हो रहा है और इस वजह से अकारण कई छात्र परीक्षा देने से वंचित रह सकते हैं। एसएमसी सदस्यों ने बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर रोकथाम के लिए विद्यालय के प्रयासों को पूर्ण सहयोग देने का निर्णय लिया। प्रबंधन समिति ने गत एक वर्ष से लटकी स्कूल की निशानदेही के संबंध में राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला लाने का फैसला लिया। इसके अतिरिक्त कार्यकारी परिषद ने स्कूल में अध्यापकों के रिक्त पद भरने का सरकार से आग्रह किया। बैठक में प्रधानाचार्य राममूर्ति लट्ठ, धुसाड़ा के पंचायत प्रधान सतीश शर्मा, एसएमसी सदस्य रोशनी देवी, चंचला देवी, अमन कु मारी, जसविंदर कौर, जनक राज लट्ठ, भूपाल सिंह, प्रवक्ता मुन्नवर सलीम, टीजीटी ऊषा किरण और कला अध्यापक धर्म चंद आदि उपस्थित रहे।

छात्रों पर दबाव न बनाएं
स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से आग्रह किया कि परीक्षाओं के दौरान छात्रों पर पढ़ने के लिए किसी तरह का दबाव न बनाएं। घर में पढ़ाई का वातावरण बनाने में सहयोग करें। कोई ऐसी चर्चा न करें जिससे बच्चे का ध्यान भटके। उनके खानपान का ख्याल रखें और कम से कम पांच या छह घंटे बच्चों को सोने दें।

भेजे जाएंगे प्रश्न पत्र: सचिव
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की सचिव राखिल काहलो ने कहा कि मामला उनके ध्यान में है। धुसाड़ा स्कूल को जल्द पूरे प्रश्न पत्र भेज दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रशासन उनसे भी सीधा संपर्क कर सकता है।

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