शिकंजे में फर्जी बीएड डिग्री

कुल्लू। एक निजी यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री लेकर सरकारी नौकरी हथियाने के मामले में शिक्षकों पर कसे शिकंजे के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच हुआ है। मामले की जांच कर रही कुल्लू पुलिस अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब करेगी। इससे पहले कुल्लू पुलिस मामले कीतह तक जाने के लिए सभी तथ्यों को एकत्रित करने में जुटी है। मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर हाथ डालने से पहले पुलिस अपने हाथों को मजबूत करना चाहती है। पुलिस ने बीएड की फर्जी डिग्री लेकर मास्टर बने चार लोगों की कागजी प्रक्रिया और नौकरी लगने के आधारों की छानबीन कर रही है।
विजिलेंस कुल्लू की प्रारंभिक जांच के बाद अब इस मामले को कुल्लू पुलिस देख रही है। पुलिस ने जिला कुल्लू के सरकारी स्कूलों में नियमित, अनुबंध और पीटीए पर तैनात चार शिक्षक जांच के दायरे में है। इसमें जिला के बाह्य सराज आनी क्षेत्र के तीन सरकारी स्कूलाें में दो अध्यापक नियमित तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। एक अध्यापक पैरा टीचर के पद पर तैनात है। इसके अतिरिक्त चौथ अध्यापक भुंतर के आसपास अनुबंध के आधार पर सेवा दे रहा है। एक टीजीटी अध्यापक के खिलाफ भांदस की धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है। इन अध्यापकों पर बिहार की एक यूनिवर्सिटी से फर्जी बीएड की डिग्री खरीदकर सरकारी नौकरी हथियाने लगा आरोप लगा है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन अध्यापकों ने करीब 1.25 लाख देकर डिग्रियां खरीदी हैं। एसपी कुल्लू अशोक कुमार ने कहा कि फर्जी बीएड डिग्री मामले में पुलिस की जांच सही दिशा में बढ़ रही है। कहा कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच को फोकस कर रही है। उपरोक्त अध्यापकों की नियुक्ति किस आधार पर हुई है। ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।

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