लोकनृत्य को निखारने की जरूरत

बिलासपुर। भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में कंदरौर में जिला स्तरीय लोक उत्सव का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी अनीता शर्मा ने की। विभाग के निदेशक डा. देवेंद्र गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि यदि गायक, कलाकार, साहित्यकार को सरकार से उचित मान-सम्मान नहीं मिलता है तो बड़े-बड़े भवन बनाने से कोई लाभ नहीं होगा। वर्तमान में लोकनृत्य की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जो कि चिंता का विषय है। आज टीवी का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। हर कोई इसको बढ़ावा दे रहा है। लेकिन, लोक संस्कृति की कोई सुध नहीं ली जा रही है। पुराने समय में जब घर में शादी होती थी तो लोग खुशी-खुशी मिलकर सब काम निपटाते थे। वर्तमान में यह औपचारिकता ही बन कर रह गई है। सरकार ने निदेशक पद पर उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वह बेहतर तरीके से निभाने का प्रयास करेंगे। विभाग लोक संस्कृति को बचाए रखने के लिए समय-समय पर लोकगीत, लोकनृत्य, संस्कार गीत की कार्यशालाएं आयोजित करेगा। इस दौरान जिला भाषा अधिकारी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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