लगातार धंस रहा राजधानी का कृष्णानगर

शिमला। वार्ड नंबर ग्यारह कृष्णानगर धंस रहा है। पचास परिवारों की जिंदगी राम भरोसे हो गई है। क्षेत्र में बंद नालों का पानी रिसने से मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। एक दर्जन से अधिक लोग मकान शिफ्ट कर अन्य स्थानों को चले गए हैं। मकान धंसने के चलते ढाई सौ से अधिक लोग खतरे की जद में हैं। कार्ट रोड से नीचे बसे कृष्णानगर वार्ड में लव-कुश चौक के पास मकानों में दरारें हैं। इससे क्षेत्र में हड़कंप है। सुरक्षित स्थानों पर बने मकानों में लोग सामान रखने में जुटे हैं।
स्थानीय मनोहर लाल (काला) के परिवार में चार सदस्य हैं। इन्होंने अपना मकान खाली कर निगम के सरकारी मकान में शरण ली है। मदन लाल परिवार के चार सदस्यों के साथ जान पहचान वालों के पास रह रहे हैं। पूर्व पार्षद कौशल्या चन्ना के पति विनोद चन्ना ने भी मकान शिफ्ट कर लिया है। इनके अलावा हरिकृष्ण, सोमादेवी, विजय कुमार, जीवन कुमार, धर्मपाल, बाबूराम, धन्नो देवी, भगवान दास, दीपक कुमार भी मकानों को खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। इन लोगों का कहना है कि शहर की सारी गंदगी नालों के जरिये कृष्णानगर वार्ड से होकर जाती है। लंबे समय से नाले बंद हैं। नालों का सारा पानी क्षेत्र में रिस रहा है, जिस कारण घरों में दरारें पड़ गई हैं। कई मकान तो धंस भी गए हैं। लोग जागकर रात गुजारने को मजबूर हैं।

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