रिटायरमेंट एज बढ़ने से चहकी एसोसिएशन

बैजनाथ (कांगड़ा)। राजीव गांधी स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थान पपरोला के प्राध्यापक वर्ग की सेवानिवृत्ति आयु के 58 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष किए जाने के मामले को कैबिनेट व प्रदेश के वित्तीय विभाग की मंजूरी मिलने से संस्थान की लेक्चरर एसोसिएशन में खुशी की लहर है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संजीव शर्मा और महासचिव डा. जर्म सिंह ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, प्रधान सचिव स्वास्थ्य अजी रजा रिजवी, डायरेक्टर आयुर्वेद अमित कश्यप, ओएसडी डा. दिनेश का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष सरकार ने आईजीएमसी, टीएमसी व डेंटल कालेज शिमला के टीचिंग स्टाफ की सेवानिवृत्ति की आयु में बढ़ोतरी किए जाने संबंधी अधिसूचना जारी की थी। उस समय प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेदिक स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थान पपरोला के प्राध्यापकों को यह लाभ नहीं मिल सका था। अब सरकार ने इसको मंजूरी दी है। दूसरी तरफ संस्थान में कार्यरत स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. ईना शर्मा और संस्कृत के प्राध्यापक डा. कर्म चंद जोशी 30 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे थे। अब इन आदेशों का उन्हें लाभ मिलेगा। वहीं इस वर्ष संस्थान के अन्य चार विशेषज्ञ चिकित्सक भी सेवानिवृत्त हो रहे थे, इस प्रकार आधा दर्जन प्राध्यापकों को इसका लाभ मिल सकेगा।
आयुर्वेद विभाग के ओएसडी दिनेश ने बताया कि सीसीआईएम के निर्देशों पर सरकार एमसीआई की तर्ज पर आयुर्वेद टीचिंग स्टाफ की सेवानिवृत्ति की आयु में बढ़ोतरी को प्रयासरत है और इस निर्णय से छात्रों को चिकित्सकों के अनुभव का लाभ मिलने के साथ साथ चिकित्सालय के मरीजों को भी लाभ होगा।

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