मुख्यमंत्री के बेटे को चार साल बाद ईडी ने दोबारा जारी किया नोटिस

मुख्यमंत्री के बेटे को चार साल बाद ईडी ने दोबारा

जालंधर
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन के आरोप में ईडी ने लगभग चार साल बाद दोबारा नोटिस जारी किया है। उन्हें 27 अक्तूबर को जालंधर कार्यालय में पेश होने को कहा है। मामला 2016 से पहले का है।

इससे पहले रणइंदर को 2016 में ही बुलाया गया था। कुछ दिन पहले ही पंजाब सरकार ने विधानसभा में केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास किए थे। इसके बाद से केंद्र और राज्य सरकार में ठन गई है।
ईडी ने जून 2016 में रणइंदर सिंह के खिलाफ समन जारी किया था। इसमें फेमा के उल्लंघन के आरोप लगाए गए थे। ईडी ने रणइंदर सिंह से स्विट्जरलैंड के एक बैंक में ट्रांसफर किए गए फंड के स्रोत के बारे में पूछा था। इसके अलावा एक ट्रस्ट बनाने और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में पैसे ट्रांसफर करने के मामले में भी समन जारी किया गया था।
बाद में कैप्टन ने अपने बेटे के खिलाफ आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा था। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया था क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह और अरुण जेटली अमृतसर सीट से आमने-सामने थे। तब कैप्टन 90 हजार वोट से चुनाव जीत गए थे।

 

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