मशरूम अनुसंधान निदेशालय के वैज्ञानिक ऐसा मशरूम मसाला पहली बार कर रहे है तैयार जिसमे होगा अनेको गुणों का खजाना

मशरूम अनुसंधान निदेशालय के वैज्ञानिक ऐसा मशरूम मसाला पहली बार कर रहे है तैयार जिसमे होगा अनेको गुणों का खजाना

सोलन
मशरूम विटामिन डी के लिए सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है। विटामिन डी से हड्डियां मजबूत होती हैं। मशरूम को न्यूट्रिएंट्स का भंडार भी कहा जाता है।

धनिया, जीरा, सौंठ, काली मिर्च, लौंग, बड़ी इलायची, अमचूर, दालचीनी और मशरूम से ऐसा मसाला पाउडर तैयार किया जा रहा है, जो स्वाद के साथ अब आपको सेहतमंद भी रखेगा। विटामिन डी और पोषक तत्वों से भरपूर इस मशरूम मसाले को रोजाना खाने में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, इसके लिए अभी तीन से चार महीने का इंतजार करना पड़ेगा।

सोलन जिला में मशरूम अनुसंधान निदेशालय चंबाघाट इस मसाले को तैयार कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि पहली बार ऐसा मसाला तैयार किया जा रहा है। यह अन्य मसालों की तरह ही होगा, लेकिन इसमें ज्यादा पोषक तत्व होंगे, जो शरीर में बीमारियों को रोकने में मदद करेंगे। विटामिन डी हड्डियों के लिए सबसे बेहतर स्रोत होता है। एक अनुमान के अनुसार देश में 70 फीसदी लोगों में विटामिन डी की कमी है।

मशरूम विटामिन डी के लिए सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है। विटामिन डी से हड्डियां मजबूत होती हैं। मशरूम को न्यूट्रिएंट्स का भंडार भी कहा जाता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन सी, विटामिन बी, कॉपर, पोटैशियम, फास्फोरस, सेलेनियम, फाइटोकेमिकल्स और एंटी ऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मशरूम में कॉलिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो याददाश्त बढ़ाने में सहायक होता है। मशरूम के सेवन से मधुमेह को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा कम होती है, जो वजन को बढ़ने से रोकने और वजन घटाने में मदद करती है।

इसलिए बना रहे हैं मसाला
मशरूम निदेशालय चंबाघाट की वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा के अनुसार मशरूम को सब्जी के तौर पर रोजाना नहीं खा सकते, जबकि इसमें इतने गुण हैं कि इसका सेवन रोजाना किया जाए तो कई बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। ऐसे में निदेशालय मशरूम मसाला तैयार कर रहा है, जो रोज सब्जी में मसाले के तौर पर उपयोग किया जा सकेगा।

निदेशालय के वैज्ञानिक ऐसा मशरूम मसाला तैयार कर रहे हैं, जिसे लोग मसालों के विकल्प के रूप में उपयोग कर सकेंगे। इस मसाले में मशरूम के सभी पोषक तत्व होंगे। परीक्षण पूरा होने के बाद मसाले को बाजार में उतारा जाएगा। – डॉ. बीपी शर्मा, निदेशक, मशरूम अनुसंधान निदेशालय सोलन

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