फैसला : स्कूलो में आज से बनेगा मिड डे मील, आंगनबाड़ी केंद्रों में भी हाजिर होंगे बच्चे

फैसला : स्कूलो  में आज से बनेगा मिड डे मील, आंगनबाड़ी केंद्रों में भी  हाजिर होंगे बच्चे

शिमला
करीब दो साल बाद बुधवार से 18 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चे आना शुरू करेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग ने कोविड से बचाव के नियमों में ही केंद्र खोलने का फैसला लिया है। दो मार्च से आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन बनाने सहित अन्य गतिविधियां भी शुरू होंगी।

हिमाचल प्रदेश में बुधवार से करीब दो वर्ष बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चे आएंगे। सरकारी स्कूलों में नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को भी मिड-डे मील देना शुरू किया जाएगा। भोजन बनाने वाले कर्मचारियों के लिए विभाग ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। करीब दो साल बाद बुधवार से 18 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चे आना शुरू करेंगे।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग ने कोविड से बचाव के नियमों में ही केंद्र खोलने का फैसला लिया है। दो मार्च से आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन बनाने सहित अन्य गतिविधियां भी शुरू होंगी। मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया था।

अब कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए एसओपी के में ही केंद्रों को खोला जाएगा। कार्यकर्ताओं और सहायकों को वैक्सीन की दोनों डोज लगा दी गई है। केंद्रों में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। छोटे बच्चों के बीच उचित शारीरिक दूरी रखने को कहा गया है। केंद्रों को रोजाना सैनिटाइज भी किया जाएगा। उधर, नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के सवा पांच लाख विद्यार्थियों को बुधवार से भोजन दिया जाएगा। मिड-डे मील बनाने वाले वर्करों के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है। चूड़ियां, अंगूठी पहनकर भोजन नहीं बनाया जाएगा। दस्ताने पहनना जरूरी रहेगा। विद्यार्थियों को उचित दूरी में बिठाकर भोजन परोसा जाएगा। नेल पालिश लगाकर महिला वर्कर भोजन नहीं बना सकेंगी। बालों को भी ढक कर रखना होगा।

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