ड्यूटी 12 घंटे, पगार 5 हजार

मुबारिकपुर (ऊना)। उपमंडल अंब के उद्योगों में सिक्योरिटी गार्ड के पदों पर कार्यरत लोगों का जमकर उत्पीड़न हो रहा है। अधिकतर उद्योगों में सिक्योरिटी गार्ड पूर्व सैनिक ही तैनात हैं। हालत ऐसी है कि ये लोग नौकरी खोने के डर से आवाज भी बुलंद नहीं कर पा रहे हैं। उद्योग प्रबंधकों ने उन पर बराबर दबाव बना रखा है। नाम न छापने की शर्त पर उद्योगों में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि उनसे बारह घंटे ड्यूटी लेकर पांच हजार रुपये पगार दी जाती है। वे सारी जिंदगी फौज में देश की सेवा करते रहे, लेकिन उद्योगों की सिक्योरिटी कुछ लोग ठेके पर लेकर उन्हें जमकर परेशान कर रहे हैं। बारह घंटे ड्यूटी पर पांच हजार रुपये वेतन ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उनके वेतन का बड़ा हिस्सा उद्योगों की सिक्योरिटी का ठेका लेने वाले लोग ही खा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि जो भी इस बारे में मुंह खोलता है तो उसे नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। जिस कारण सिक्योरिटी का कार्य करने वाले बंधुआ मजदूराें की तरह कार्य कर रहे हैं। उन्हाेंने सूबे के उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री से उद्योगों में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड को उचित पगार दिलाने की मांग की है। जिससे इस कमर तोड़ महंगाई से उद्योगों में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड बढ़िया जीवन यापन कर सकें।

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