लेकिन मंच पर जन समस्याएं सुन रहे प्रदेश राज्य योजना बोर्ड उपाध्यक्ष एवं ज्वालामुखी से विधायक रमेश धवाला के पास पहुंचने से पहले ही इन दोनों को सुरक्षा कर्मचारियों ने बाहर निकाल दिया। हालांकि, बाद में जैसे तैसे फरियादी ने धवाला को मांग पत्र सौंपकर बच्चे का खर्च उठाने की मांग की।
रोते-बिलखते हुए फरियादी ने लोगों को बताया कि उसने करीब 20 साल पहले परिवार नियोजन का ऑपरेशन करवाया था। बावजूद इसके बच्चे का जन्म हो गया और अब वह 4 साल का हो चुका है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस बच्चे का समस्त खर्च सरकार उठाए। उसने मायूस होते हुए बताया कि सरकार द्वारा 30 हजार देने का प्रावधान था परंतु आज तक एक रुपया तक नहीं मिल पाया है।
बिंदल ने अफसरों को लगाई फटकार
दस से कम बच्चों वाले स्कूल होंगे बंद
। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में 10 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद करने पर विचार किया जा रहा है। मंत्री रविवार को करसोग के सेरी बंगलो स्कूल में आयोजित जनमंच के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक वर्ष में अध्यापकों के एक हजार खाली पदों को भरा है। स्कूलों में खाली पदों की शिकायतें आने के बाद उन्होंने शिक्षा उपनिदेशकों को स्कूलों का निरीक्षण करने और युक्तिकरण की संभावना तलाश कर उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
जनमंच में एनएसएस स्वयंसेवियों से धुलवाए गिलास, जांच के निर्देश
जब मामला एसपी के पास पहुंचा तो उन्होंने एसडीएम को जांच के निर्देश दे दिए। गौर हो कि स्वयंसेवियों ने जनमंच कार्यक्रम के पंडाल में पानी पिलाने के लिए स्टॉल लगाया था। किसी ने गिलास धोने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जिस पर कई लोगों स्वयंसेवियों से गिलास धुलाने पर आपत्ति जताई। इस बारे में एनएसएस प्रभारी सुदर्शन ने कहा कि स्कूल परिसर में होने वाली गतिविधियों में स्वयंसेवी अहम भूमिका निभाते हैं।
इससे पहले स्वयंसेवियों ने लोकसभा चुनाव के समय भी ऐसी भूमिका निभाई थी। उधर, उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम में स्वयंसेवियों से बर्तन धुलाने के मामले की एसडीएम को जांच के निर्देश दे दिए हैं।