जरूरतमंद किसानों से दगा

थानाकलां (ऊना)। उपमंडल बंगाणा में कृषि विभाग की ओर से किसानों के लिए निशुल्क दी जाने वाली दवाइयां एवं बीज पात्र लोगों को नहीं मिल पा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि विभाग की ओर से गरीब किसानों को गेहूं एवं मक्की का बीज, दवाइयां, स्प्रे पंप एवं कृषि औजार निशुल्क उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। लेकिन, यह वस्तुएं गरीब परिवारों तक नहीं पहुंच पा रही हैं। मंदली पंचायत प्रधान महिंद्र सिंह, वार्ड सदस्य विजय कुमार, कश्मीरी देवी, हुक्म चंद, पृथ्वी चंद, कैप्टन रघुवीर सिंह, पंकज शर्मा, रणजीत सिंह, सूरम सिंह ठाकुर सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधियों का आरोप है कि विभाग की ओर से निशुल्क दी जाने वाली वस्तुएं साधन संपन्न लोगों तक पहुंच रही हैं, जो 25 से 30 हजार मासिक वेतन एवं पेंशन आदि लेते हैं। ये वस्तुएं किस गरीब किसान को देनी हैं, पंचायत प्रतिनिधियों की राय नहीं ली जाती है। हालांकि, सरकार के निर्देशों के अनुसार पंचायत प्रधानों की राय लेना जरूरी है। गरीब किसानों को आसमान छू रही महंगाई के दौर में महंगी दरों पर दवाइयां एवं बीज खरीदने पड़ रहे हैं, जो कि सरकार के आदेशों की अवहेलना है। कई प्रतिनिधियों का कहना है कि जब इस संबंध में विभाग के अधिकारियों से बात की जाती है तो वह स्पष्टीकरण नहीं दे पाते हैं। विभाग का कहना है कि ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की नीति पर निशुल्क वस्तुएं किसानों में बांटी जाती हैं। इस संदर्भ में कृषि विकास अधिकारी सतपाल धीमान का कहना है कि पारदर्शिता से ही निशुल्क दी जाने वाली दवाइयां एवं बीज विभाग की ओर से किसानों को दिए जाते हैं, जो किसान पहले आ जाता है, वह पहले ले जाता है।

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