किन्नौर की पहाड़ियों पर 15 सेंटीमीटर तक बर्फबारी

सांगला (किन्नौर)। शनिवार को जिले में हुई बर्फबारी से क्षेत्र के बागवानों और किसानों ने राहत की सांस ली है। बर्फबारी न होने के चलते बागवानों को आने वाली सेब की फसल चिंता सताने लगी थी। शनिवार को बर्फबारी शुरू होने के बाद किसानों और बागवानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। देर शाम तक किन्नौर की पहाड़ियों पर 10 से 15 सेंटीमीटर तक बर्फबारी हो चुकी है। हालांकि, बर्फबारी के चलते दो घंटे तक यातायात बंद रहा था। उसके बाद से सभी रूटों पर बसें चल रही हैं।
शनिवार सुबह से ही आसमान पर बादल छाए थे। इससे किन्नौर की पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। देर शाम तक रिकांगपिओ के सामने जौर खंडन, किन्नर कैलाश, नाको को रियोपुरगील, छितकुल की थौला पहाड़ियों ,सांगला के कंडा, सिगन, भाबावैली में ढाई से 10 सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई। हालांकि, इससे यातायात पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डीएस रघु ने बताया की बर्फबारी के दौरान दो घंटे लिए यातायात प्रभावित हुआ। बाद में स्थिति सामान्य हो गई। जिला किन्नौर में शनिवार को हुए हिमपात के बाद भी कोई रूट प्रभावित नहीं हुआ है। अभी जिले के सभी रूटों पर बसों की आवाजाही सामान्य रूप से हो रही है।

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