एनएच के निर्माण से खतरे की जद में आए सैंकड़ो मकान, डर के साये में लोग जागजाग कर गुज़ार रहे राते

एनएच के निर्माण से खतरे की जद में आए सैंकड़ो मकान, डर के साये में लोग जागजाग कर गुज़ार रहे राते

सरकाघाट/धर्मपुर (मंडी)। सरकाघाट से लेकर धर्मपुर तक निर्माणाधीन एनएच के कारण सैकडों मकानों, दुकानों को खतरा बना हुआ है। ऐसे में बरसात के मौसम में लोग जागकर रातें गुजार रहे हैं। पहाड़ियों की कटिंग के कारण कई मकान गिरने के कगार पर हैं और पानी खड्ड की तरह सड़क पर बहने से यह कई स्थानों पर ढह गई है। मार्ग कई स्थानों पर तालाब की तरह भरा हुआ है। इसके अलावा सड़क कई स्थानों से मिट चुकी है।
इन दोनों क्षेत्राें में वाहन चालकों के लिए कदम-कदम पर खतरा बना हुआ है और एचआरटीसी सहित अन्य बसें भी नहीं चल रही हैं, इस कारण यहां के लोगों को आवाजाही करना मुश्किल हो गया है। सरकाघाट के जमसाई, धर्मपुर के टिहरा, चोलथरा में दर्जनों घरों में मार्ग का मलबा और पानी अंदर तक पहुंच रहा है। वहीं, निर्माणाधीन राष्ट्रीय उच्च मार्ग के कारण कई घरों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों में पूर्व जिला परिषद सदस्य भूंपेंद्र सिंह, किसान सभा के अध्यक्ष बलदेव ठाकुर, बक्शी राम, करतार सिंह चौहान, सरवन सिंह, रूपलाल शास्त्री, हरजीत सिंह, इंद्र सिंह परदेशी, सनबीर सिंह आदि ने बताया कि लोगों को बहुत अधिक कठिनाई हो रही है। उन्होंने कहा कि यह सब कंपनी की लापरवाही का नतीजा है। कंपनी मनमानी कर रही है और सांसद, विधायक और प्रशासन के भी आदेश नहीं मान रही है।

क्या कह रहे हैं भुगतभोगी

– रोपड़ गांव कि सलिंदरा देवी, लीला देवी, पदमा देवी, सागर चंद, बासी गांव के शास्त्री जयसिंह, धर्मचंद और रत्नी देवी ने बताया कि उनके घरों के आसपास किए गए भूमि कटाव के कारण इनको ख़तरा पैदा हो गया है।लेकिन न तो कंपनी न ही राष्ट्रीय उच्च मार्ग अथार्टी और न ही स्थानीय प्रशासन इस बारे कोई उपाय कर रहे हैं।

– बासी में ही राकेश बन्याल के घर के पास लगी पक्की आरसीसी की पूरी दीवार ढह गई है जो सड़क के घटिया किस्म के निर्माण की पोल खोलने का प्रमाण है। सड़क किनारे कंपनी ने नालियां नहीं खोदी हैं और पूरा पानी सड़क पर आता है और गाड़ियों को मुश्किलों से निकाला जा रहा है।

– सरकाघाट के जमसाई निवासी सुरजीत का कहना है कि निर्माणाधीन सड़क के चलते मार्ग का पानी उनके घर तक पहुंच रहा है। बरसात के कारण इनके घर को खतरा हो चुका है। कहा कि एनएचआई और प्रशासन को कई बार शिकायत करने पर भी समस्या का हल नहीं हो पा रहा है।

क्या कहते हैं माकपा नेता

इस बारे में माकपा नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अलग-अलग हिस्सों में सड़कों के निर्माण के लिए जिन जिन कंपनियों को ठेके दिए हैं, वे स्थानीय प्रशासन की कोई भी बात नहीं सुनते हैं और अपनी मनमर्जी से ही काम करते हैं। इसलिए हिमाचल सरकार को इन कंपनियों पर नकेल डालने के लिए कदम उठाना चाहिए और जनता को आ रही समस्याओं को हल करने के लिए समयानुसार कार्रवाई करनी चाहिए।

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