ऊना में युवाओं ने तोड़ी बिरादरी की दीवार

मैहतपुर (ऊना)। जिले में जात-बिरादरी की दीवार को तोड़ते हुए युवक-युवतियां दूसरी जातियों में शादी रचा रहे हैं। ऐसी अंतर्जातीय शादियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने भी पहल की है और दूसरी जाति में शादी रचाने वाले ऐसे जोड़ों को 50 हजार की धनराशि बतौर प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। ऊना में हर साल तकरीबन डेढ़ दर्जन युवा जाति बंधन की दीवारें लांघकर दूसरी जाति में शादी रचा रहे हैं। इस साल भी ऊना जिला में 17 जोड़ों ने दूसरी जाति में सात फेरे लेकर अपने पसंद के जीवन साथी चुने हैं।
पहली अप्रैल 2013 से अंतर्जातीय शादी रचाने वाले जोड़ों को प्रोत्साहन राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार की गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 2006-07 में 12 युवाओं ने दूसरी जाति में शादी रचाई, तो साल 2007-08 भी इतने ही जोड़ों ने अंतर्जातीय विवाह करवाया था। 2008-09 में 18 जोड़े, 2009-10 में 19 युवाओं ने दूसरी जाति में सात फेरे लेकर अपने घर बसाए हैं। ऐसी शादियों में हालांकि ज्यादातर मामलों में परिजनों की रजामंदी नहीं होती, लेकिन फिर भी इन सब बातों को दरकिनार करते हुए कई प्रेमी जोडे़ विवाह बंधन में बंधे हैं। जिला कल्याण अधिकारी शशि विजलवान ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि ऊना जिला में इस साल 17 युवाओं ने अंतर्जातीय शादी रचाई है। 11 जोड़ों को 5 लाख 50 हजार तथा 6 जोड़ों को 1 लाख 50 हजार रुपये यानी कुल सात लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि तकसीम की गई है।

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