अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर रेल मंत्री पवन बंसल का पहला दौरा

अंबाला। रेल मंत्री बनने के बाद अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर रेल मंत्री पवन बंसल ने अपने पहले दौरे के दौरान वायदा किया कि अंबाला छावनी स्टेशन की तस्वीर भी जल्द ही बदल दी जाएगी। छावनी स्टेशन जितना पुराना है, उस लिहाज से ये विकसित तो नहीं हुआ, मगर रेल मंत्री ने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि अपने कार्यकाल में वे अंबाला छावनी स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए बहुत कुछ मिले। इसके लिए मंत्री ने अंबाला रेल मंडल के अफसराें को भी अभी से इस दिशा में काम शुरू कर देने के निर्देश भी दिए।

पश्चिम एक्सप्रेस से आए रेल मंत्री
शनिवार दोपहर बाद रेलमंत्री पश्चिम एक्सप्रेस से अंबाला पहुंची। धुंध की वजह से ये ट्रेन लेट थी। ट्रेन के सबसे आखिर में रेलमंत्री की विशेष बोगी लगी हुई थी। रेलमंत्री साढ़े तीन बजे छावनी के रेलवे प्लेटफार्म नंबर छह पर पहुंचे। अंबाला रेल मंडल के डीआरएम प्रदीप कुमार सांघी, सीनियर डीसीएम जीएम सिंह, आरपीएफ कमाडेंट महेंद्र कुमार व अन्य रेल अफसरों ने रेल मंत्री का अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर उनका स्वागत किया। मंत्री ने भी अफसरों का हालचाल पूछा और अंबाला स्टेशन के बारे में पूछा।

लोगों से पूछा, क्या कमी है स्टेशन पर?
उधर, प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों ने भी रेल मंत्री का स्टेशन पर स्वागत किया। इस दौरान रेल मंत्री ने लोगों से ही पूछा कि उनका रेलवे स्टेशन कैसा है और ये बताएं कि स्टेशन पर क्या कमी है। इस पर लोगों ने स्टेशन पर यात्रियों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में मंत्री को बताया। जिसे मंत्री महोदय ने ध्यान से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि इन समस्याओं का समाधान जल्द करवाया जाएगा।

लोगों ने मंत्री को बताई समस्याएं
लोगों ने रेलमंत्री को बताया कि यहां अंबाला में रोजाना करीबन 21 हजार यात्रियों की आवाजाही है। जिसमें से बहुत से यात्री ऐसे हैं, जो दूसरों राज्यों के जिलों से आकर यहां ट्रेनें पकड़ते हैं। ऐसे में यहां इस कड़ाके की सर्दी में कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां यात्री बैठकर ट्रेनाें का इंतजार कर सके। प्लेटफार्म नंबर एक पर पेड और अनपेड वेटिंग हाल को छोड़कर ऐसा कोई वेटिंग हाल नहीं, जहां यात्री बैठकर या लेटकर इंतजार कर सकें। जबकि एक वेटिंग हाल की बहुत बढ़िया जगह है, लेकिन वह रेलवे प्रशासन की अनदेखी की वजह से गंदगी का अड्डा बन गई है, जबकि उसका बाहर का गेट भी बंद पड़ा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन तो घोषित कर दिया है, मगर सुविधाएं आज तक नहीं मिली। स्टेशन पर आरक्षण कार्यालय भी स्टेशन से बहुत दूर है और लोगों को बुकिंग के लिए नेशनल हाईवे नंबर एक के जरिए वहां पहुंचना पड़ता है और गलत दिशा में चलतेे हुए वहां से वापस आना पड़ता है। जिससे लोगों को बहुत ज्यादा दिक्कत रहती है। इसके अलावा यहां टॉयलेट की सुविधा भी केवल प्लेटफार्म नंबर एक पर है। लेकिन वहां भी सफाई के पुख्ता इंतजाम नहीं है। इसके अलावा लोगों ने अंबाला छावनी के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण स्टेशन को आधुनिक सुविधाएं से लैस करने की मांग की।

तुरंत मंत्री ने लिया संज्ञान
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन की समस्याएं जानने के बाद रेल मंत्री पवन बंसल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए रेल अफसरों को स्टेशन घूमने और इन समस्याओं का जायजा लेने की बात कही। उसके बाद रेल मंत्री ने प्लेटफार्म नंबर सात का जायजा लिया और फिर उन्होंने एक नंबर प्लेटफार्म का भी जायजा लिया।

नया वेटिंग हाल बनाने के निर्देश
प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचने के बाद रेलमंत्री ने पहले तो पेड और अनपेड दोनों वेटिंग हाल देखे। उसके बाद उन्होंने वहीं बाहर निकलकर एक ऐसी जगह देखी जो शानदार वेटिंग हाल के लिए बहुत बढ़िया और लंबी-चौड़ी थी। यहां बहुत पहले बुकिंग कार्यालय हुआ करता था। लेकिन वहां से बुकिंग कार्यालय शिफ्ट होने के बाद ये जगह गंदगी का अड्डा बन गई। जबकि ये जगह बाकायदा कवर्ड है। लेकिन यहीं बना शौचालय की वजह से वहां खड़े होना बहुत मुश्किल हो रहा था। रेल मंत्री ने वहां पहुंचकर तपाक से डीआरएम को कहा ‘इतनी बढ़िया जगह को वेटिंग हाल क्यों नहीं बनाया जाता।’ बस फिर क्या, सभी अफसरों ने उनकी हां में हां मिला दी। मंत्री ने कहा कि हालांकि अभी यहां बैठने और खड़े होने का माहौल तो नहीं है, लेकिन यदि इसे वेटिंग हाल के रूप में विकसित किया जाए, तो बहुत से लोगों की समस्या दूर हो जाएगी। डीआरएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही ऐसा किया जाएगा। उसके बाद उन्होंने यूटीएस काउंटर देखे। सीनियर डीसीएम जीएम सिंह ने उन्हें बताया कि यहां आठ बुकिंग काउंटर है और सभी जगह यात्रियों को बढ़िया ढंग से ट्रीट किया जाता है।

टॉयलेट अपडेट करने और सफाई रखने के निर्देश
रेलवे अफसर उस वक्त हैरान रह गए, जब रेलमंत्री अचानक टॉयलट में सफाई व्यवस्था देखने के लिए घुस गए। डीआरएम भी तुरंत उनके पीछे अंदर गए। उन्होंने भीतर टॉयलेट में सफाई का जायजा लिया और हाथ धोने के लिए साबुन भी देखा। लेकिन बाहर आने के बाद उन्होंने डीआरएम को निर्देश दिए कि टॉयलेट अपडेट करवाएं और सफाई का ध्यान रखें। उन्होंने टॉयलेट में हाथ धोने के लिए होटलों के टॉयलेट्स में लगे पुश लिक्विड साबुन की व्यवस्था करवाने को भी कहा, ताकि यात्री परेशान न हो। उसके बाद उन्होंने यूटीएस काउंटर सेंटर और प्लेटफार्म नंबर एक के बीच बनी सीढ़ियों को भी ठीक करने कहा। सीढ़ियों की बनावट ऐसी है कि प्लेटफार्म नंबर एक से यूटीएस काउंटर तक पहुंचने में यात्रियों को ज्यादा कसरत करनी पड़ती है।

खाना ठंडा है या गरम है
स्टेशन का दौरा करते हुए रेलमंत्री ट्रेन की एक बोगी के बाहर खड़े दो यात्रियों के पास खड़े हो गए। उनमें से एक राजमा चावल खा रहा था और दूसरा ब्रियानी। रेल मंत्री ने उनसे पूछा ‘और भई क्या खा रहे हो’। दोनों के जवाब देने के बाद रेल मंत्री ने फिर उनसे पूछा ‘खाना गरम और स्वाद है या नहीं।’ यात्रियों ने भी मुस्करा कर जवाब दिया ‘ठीक है…।’ यात्रियों के जवाब ने वहां खड़े रेल अफसरों को थोड़ी राहत जरूर दी। उसके बाद आधे घंटे के निरीक्षण के बाद रेल मंत्री अफसरों से व्यवस्थाओं पर ही बातचीत करते हुए वापस अपने स्पेशन बोगी तक आ गए।

गाय भगाने में जुटे रेलकर्मी
छावनी के प्लेटफार्म आवारा पशुओं की समस्याओं से बुरी तरह ग्रस्त है। लेकिन ये लापरवाही आज रेलकर्मियों पर भारी पड़ जाती। क्योंकि जिस प्लेटफार्म पर रेलमंत्री की बोगी रुकी, वहीं खड़े अफसरों के पीछे एक गाय आराम से विचरण कर रही थी। बस, रेलकर्मियों ने उसे देखा और हांकना शुरू कर दिया। गाय भागकर सात नंबर लाइन के बीच खड़ी हो गई। उधर, रेलमंत्री ने दौरा शुरू कर दिया। फिर क्या रेलकर्मियों ने फुर्ती दिखाई और गाय को दूर तक हांककर भगाकर आए, ताकि रेलमंत्री की नजर उस पर न पड़ जाए।

अंबाला छावनी बहुत पुराना और महत्वपूर्ण स्टेशन है। यहां कायाकल्प को लेकर मेरी पूरी प्राथमिकता है और यहां हालात देखने के लिए मैं सोच रहा हूं कि एक रात यहां गुजारूं। लेकिन मैं अंबाला के लोगों से वायदा करता हूं कि मेरा प्रयास रहेगा कि मेरे कार्यकाल में अंबाला स्टेशन की सूरत बदल दूं। इसके लिए रेल मंत्रालय और अफसर प्रयासरत रहेंगे।
-पवन बंसल, रेलमंत्री, भारत सरकार-

रेलमंत्री ने जो भी निर्देश दिए हैं, उस पर तुरंत अमल होगा। अफसर और मंत्री सभी ये चाहते हैं कि अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधाएं मिले। इसके लिए विभाग प्रयासरत है।
-पीके सांघी, अंबाला रेल मंडल-

यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा ही रेल महकमा का ध्येय है। रेल मंत्री ने भी इसी बात की ओर जोर दिया है और जो भी दिशा-निर्देश उन्होंने यत्रियों की सुविधाओं के संबंध में अफसरों को दिए हैं, उस पर तुरंत काम शुरू करवा दिया जाएगा।
-जीएम सिंह, सीनियर डीसीएम, अंबाला रेलमंडल-

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