
पटियाला। बायोटैक रिसर्च सोसाइटी इंडिया और पंजाबी यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलाजी विभाग के तत्वावधान में बुधवार को गुरु तेग बहादुर हाल में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस की शुरुआत हुई। इस अवसर पर पीयू के डीन अकादमिक मामले डा. एसएस खैरा ने बायोटेक्नालाजी साइंस के विभिन्न पहलुओं और समाज में इसकी बढ़ रही जरूरतों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर बायोटेक्नालाजी के क्षेत्र कई वैज्ञानिकों को विभाग की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जिनमें नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ के डायरेक्टर प्रोफेसर सीएस नौटियाल को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, वरिष्ठ साइंटिस्ट केटेगरी में इंस्टीट्यूट आफ केमिकल टेक्नालाजी मुंबई की प्रोफेसर रेखा सिंघल को मास्टर मालविया मोहन मेमोरियल अवार्ड, प्रोफेसर एवं हेड डिपार्टमेंट आफ बायोटैक्नोलाजी पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की प्रोफेसर आरएस सिंह को बायोटेक रिसर्च सोसाइटी इंडिया के फैलो का अवार्ड दिया गया।
इस अवसर पर एमीनेंस नेशनल इंस्टीट्यूट आफ प्लांट जिनोम रिसर्च नई दिल्ली के प्रोफेसर असीस दत्ता ने कहा कि बायोटेक्नालाजी की मदद से औद्योगिक विकास प्रक्रिया और मानवता की भलाई के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है। इस दौरान बायोटेक रिसर्च सोसाइटी इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर पी गुनासेखरन ने बायोटेक्नालाजी के क्षेत्र में हुई गतिविधियों के बारे में जानकारी दी और इससे समाज को होने वाले लाभों के बारे में बताया। विभाग के प्रमुख एवं कान्फ्रेंस के कनवीनर डा. राम सरूप सिंह ने बताया कि इस कान्फ्रेंस में देश व विदेश से कई साइंसदान हिस्सा ले रहे हैं।