विभाग ने इसका प्रारूप तैयार कर 5 करोड़ का प्रस्ताव लैंड वाटर वेज अथॉरिटी को भेज दिया है। सरकार अथॉरिटी के इस पैसे का इंतजार नहीं करेगा बल्कि विभाग स्वयं इसके निर्माण पर राशि खर्च करने जा रहा है। अथॉरिटी पैसा मिलने के बाद उसे वाटर ट्रांसपोर्ट से संबंधित अन्य कार्यों में खर्च किया जाएगा।
परिवहन विभाग का कहना है कि कौल डैम के अलावा, चमेरा, भाखड़ा और अन्य डैम पर भी वाटर ट्रांसपोर्ट सिस्टम शुरू किया जाना है। इसके लिए 29 से 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इसकी भी परिवहन विभाग ने फिजिबिलिटी स्टडी कर ली है।
अब इसकी डीपीआर तैयार की जानी है। परिवहन विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया ने बताया कि परिवहन विभाग या तो खुद बोट खरीदेगा या फिर कंपनियों से टेंडर आमंत्रित करेगा। अगले महीने से यह औपचारिकताएं पूरी की जानी हैं।
बोट में 50 से 60 लोगों के बैठने की होगी क्षमता
इन बोटों में 50 से 60 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इसके अलावा बोट के भीतर लोगों के मनोरंजन के लिए एलईडी लगाए जाएंगे।