81वें जन्मदिन पर भावुक हुए शांता कहा पुराना जमाना याद आता है

पालमपुर (कांगड़ा)। राजनीति में कई उतार-चढ़ाव देख चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार अपने 81वें जन्मदिन पर भावुक दिखे। पुराने साथियों को याद किया और अतीत में खो गए। 1953 में 19 साल की उम्र में कश्मीर आंदोलन से जनसंघ के जरिये अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले शांता कुमार ने कहा कि भाजपा को खून-पसीने से सींचने वाले कई लोग अब नहीं हैं। बस यादें बाकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शपथ ग्रहण के दौरान भाषण में भाजपा के इन नेताओं को याद किया। प्रदेश की सक्रिय राजनीति में साठ साल का सफर करने वाले शांता कुमार ने शुक्रवार को अपने जीवन के 80 साल पूरे किए। उन्होंने कहा प्रदेश में भाजपा का बगीचा लगाने वाला उनके कई साथी आज उनके साथ नहीं हैं। उस जमाने की यादें आती हैं।
गुरदासपुर, हिसार तथा नाहन जेल में उन्होंने लंबा समय बिताया। अपने साथियों के याद में भावुक हुए शांता ने कहा कि जन्मदिन पर उन्हें अपने साथियों की बहुत याद आ रही है। सक्रिय राजनीति में उनका पुराना कोई साथी नहीं है। वे भगवान के शुक्रगुजार हैं कि 80 साल की उम्र में भी सक्रिय राजनीति कर रहे हैं। बकौल शांता, रोजाना गीता का पाठ, व्यायाम, प्राणायाम और योग उनकी दिनचर्या में शामिल है।

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