20 हजार पेड़ों की चढ़ेगी बलि

मंडी : आई.आई.टी. कमांद परिसर बनाने के लिए करीब 20 हजार पेड़ों की बलि चढ़ेगी। अब तक लगभग छोटे-बड़े 6 हजार पेड़ कट चुके हैं जबकि लगभग साढ़े 13 हजार छोटे-बड़े पेड़ कटना बाकी हैं। क्षेत्र में काटे जाने वाले पेड़ों की गणना का कार्य भी वन विभाग ने पूरा कर लिया है। इन पेड़ों की कीमत का एस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है। आई.आई.टी. कैंपस बनाने के लिए 19,813 छोटे-बड़े पेड़ों को वन विभाग ने चिन्हित कर लिया है जिनकी कीमत लगभग 3.44 करोड़ आंकी गई है।

उल्लेखनीय है कि आई.आई.टी. कमांद वन भूमि को स्थानांतरित करने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने वन विभाग को 18 करोड़ की राशि प्रदान कर दी है। विभाग ने केस फाइनल अप्रूवल के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय दिल्ली भेज दिया है। वन एवं केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने फोरैस्ट क्लीयरेैंस के लिए सैद्घांंितक मंजूरी पहले ही प्रदान कर रखी है लेकिन फाइनल अप्रूवल के लिए अभी कई अन्य शर्तों पर तकनीकी शिक्षा विभाग को खरा उतरना होगा। बता दें कि कमांद में आई.आई.टी. शुरू हुए करीब 4 वर्ष हो गए हैं लेकिन अभी तक कक्षाएं डिग्री कालेज मंडी में ही लग रही हंै।

आई.आई.टी. कमांद क्षेत्र घटा
कमांद में निर्माणाधीन आई.आई.टी. कैंपस परिसर अब पहले के मुकाबले कम हो गया है। 136 हैक्टेयर के बजाय अब कैंपस का दायरा घट कर 124 हैक्टेयर रह गया है। 12 हैक्टेयर क्षेत्र को वाइल्ड लाइफ एरिया होने की वजह से बाहर कर दिया गया है। आई.आई.टी. कमांद परिसर के लिए चिन्हित वन भूमि से 12 हैक्टेयर क्षेत्र बाहर होने की पुष्टि अरण्यपाल मंडी ने की है।

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