एक सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि पिछले 20 वर्षों में किसी भी प्रधानमंत्री पर हमले का इतना बड़ा खतरा नहीं रहा। इस साल खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले भाषण पर आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है।
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि इस दौरान प्रधानमंत्री पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हमला कर सकते हैं। आईबी ने गृह मंत्रालय और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया है कि कुछ आतंकी संगठन पीएम मोदी हमले के अलावा स्वतंत्रता दिवस समारोह या फिर दिल्ली के दूसरे व्यस्त इलाकों को निशाना बना सकते हैं।
26/11 जैसे हमले का खतरा!
एजेंसी का अलर्ट जारी होने के बाद गृह मंत्रालय भी चौकन्ना हो गया है। साथ ही लाल किले पर होने वाले आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था और दूसरी योजनाओं पर गौर किया जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार पीएम मोदी के काफिले से एक किलोमीटर की दूरी में कोई भी वाहन नहीं चलने दिया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के रास्ते में पड़ने वाली सभी बिल्डिंग और अन्य स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। यही नहीं, मोदी के मंच पर भी शार्पशूटर और कमांडो तैनात होंगे।
ये है मोदी की सुरक्षा का प्लान
इसके अलावा स्पेशल सेल कमांडो, मोबाइल क्विक रिस्पॉन्स टीमें, एंटी एयरक्राफ्ट्स हथियार और एनएसजी कमांडो की तैनाती की जाएगी। इस दौरान हवाई क्षेत्र भी बंद कर दिया जाएगा।
�
जिन रास्तों से पीएम का काफिल गुजरना है वहां 15 मिनट पहले ही ट्रैफिक बंद कर दिया जाएगा। 13 अगस्त के बाद सुरक्षा जांच बढ़ा दी जाएगी। इसके साथ ही कनॉट प्लेस, तिलक मार्ग, इंडिया गेट और संसद मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था ज्यादा कड़ी होगी।