स्कूल के पास नाले में मिले दो बम शैल

अंबाला। छावनी के सेवा समिति स्कूल के पास एक नाले से दो बम शैल मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग इस घटना से सहम गए और तुरंत मौके पर पुलिस को बुलाया गया। डीसीपी और बम स्क्वायड दस्ता भी मौके पर पहुंचा। फिलहाल दोनों बम शैलों को पड़ाव थाने में रखवा दिया गया है। सेना को इसकी सूचना दे दी गई है। बृहस्पतिवार को दो सफाई कर्मी सेवा समिति स्कूल के पास बाजीगर मोहल्ले में नाले की सफाई कर रहे थे। अचानक एक सफाईकर्मी को लोहे का एक भारी टुकड़ा मिला, जिसे देखकर सफाईकर्मी ने दूसरे कर्मी को इसकी सूचना दी। दोनों देखकर डर गए और इसकी सूचना आसपास लोगों को दी। देखते ही देखते वहां लोग इकट्ठा हो गए और बम के एक बडे़ शैल को देखकर डर गए। उसके बाद तुरंत पड़ाव पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने सफाईकर्मियों को एक बार फिर से नाले की तलाशी लेने को कहा। सफाईकर्मियों ने एक बार फिर से नाले को खंगाला तो अचानक एक और बम शैल नाले में से निकला। जिसे देखकर सफाईकर्मी भी घबरा गए और उस बम शैल को भी बाहर निकालकर पुलिस के समक्ष रख दिया। इनमें से एक बम शैल सात इंच और दूसरा बम शैल एक फीट का था। पुलिस ने मौके पर पहले तो बम स्क्वायड के दस्ते को बुलवाया, जिनमें एचसी सुरेशपाल, सिपाही जसविंदर सिंह, विक्रम सिंह, दीपक कुमार, सुरेंद्र, एएसआई रघुवीर सिंह शामिल थे। उन्होंने पूरी सावधानी से इन बम शैलों की जांच की और फिलहाल इन बमों से कोई खतरा नहीं बताया।
उसके बाद इन दोनों बम शैलों को पड़ाव थाने ले जाया गया, जहां डीसीपी अंबाला अशोक कुमार पहुंचे, उन्होंने भी दोनाें बम शैल देखे और बम स्क्वायड दस्ते से जानकारी ली। डीसीपी अशोक कुमार के अनुसार ये दोनों बम शैल सेना के प्रतीत हो रहे हैं। सेना को इस बारे में सूचना दी जाएगी।
उधर, सेना के प्रवक्ता के अनुसार दोनों बम शैल के बारे में स्थानीय पुलिस से जानकारी ली जाएगी और उसके बाद ये देखा जाएगा कि बम शैल कहां से आएं हैं। अफसरों के जैसे निर्देश होंगे, उसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।

बम फटते तो हो सकता था बड़ा हादसा
नाले के मिले बम अगर फटते तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। यहां आसपास से लगातार ट्रैफिक गुजरता रहता है और साथ ही बाजीगर कालोनी, शास्त्री और संजय कालोनी एक दूसरे से सटी हुई है। घटनास्थल से आईओसी का डिपो भी ज्यादा दूर नहीं है।

चोट मारने से ही फट जाते हैं
विशेषज्ञों के मुताबिक ये बम चोट मारने से ही फट जाते हैं। सिक्का निकालने के लिए कुछ लोग इसे सेना के ट्रेनिंग सेंटरों के आसपास से चुराकर लाते हैं। वे बम शैल चले हुए होते हैं, लेकिन कुछ बारूद इसमें रह जाता है। सिक्का निकालने के लिए जब इस पर लगातार चोट की जाती है तो ये फट सकते हैं। इस बारे में पहले भी सिक्का निकालते समय फटने से कई लोगों की मौत यहां हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।

नाले में से जो बम शैल मिले हैं, वो फिलहाल थाने में रखवा लिए हैं। सेना को इस बारे में लिखित में सूचित कर दिया गया है। सेना का जो भी जवाब आएगा, उसके मुताबिक आगे कार्रवाई की जाएगी। ये सेना के ही बम शैल प्रतीत हो रहे हैं।
-महेंद्रपाल, प्रभारी, थाना पड़ाव-

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