सोलन शहर की सड़कों में दम खत्म

सोलन । शहर की सड़कों में दम खत्म हो चुका है। भारक क्षमता से कहीं अधिक भार उठाने वाली सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। सालाना करोड़ों की मरम्मत का कार्य बेकार साबित हो रहा है। सड़कें संवारने के बजाय हल्की सी बारिश में बदतर हो रही हैं। इसका कारण है कि 40 साल पहले की ट्रैफिक के लिहाज से बिछाई गई सड़कों की निचली सतह आज भी भारी ट्रैफिक को उठा रही है। यह हाल मात्र सोलन की सड़कों का नहीं, इस जोन में आने वाली सभी सड़कें बदहाल हैं।
कहां चंद वाहन और कहां 13000 वाहन
पूरे सर्कुलर रोड राजगढ़ से कोटलाना मार्ग, सोलन माल रोड से चंबा घाट मार्ग या सपरुण से डीसी चौक यहां रोजाना 13000 से अधिक कामर्शियल वाहन गुजरते हैं इसके अलावा निजी 05 से 10 हजार निजी वाहन। सड़क महज 1000 वाहनों का भार ढोहने के लिए बनाई गई है। लोनिवि विभाग का सड़कों का भारक क्षमता का सर्वे से यह खुलासा हो रहा है।
अब तो चलने से भी लगे डर
सोलन शहर के लिए सफर अगर सपरुण चौक से लेकर डीसी चौक तक करना हो तो हालत खस्ता हो रही है। पूरी सड़कों का पैच वर्क उखड़ चुका है। वाहनों में हिचकोले बैलगाड़ी की तरह लगेंगे, अगर पैदल चल रहे हो तो गड्ढों पर पैर मुड़ने का डर। राजगढ़ मार्ग के भी वही हाल हैं। भारी ट्रैफिक और ऊपर से सड़क की बद्तर हालत । यहां पैदल या वाहन में चलना खतरों से खाली नहीं। शहर की शान माल रोड का भी कुछ यही आलम है।
04 दिन बारिश एक करोड़ डूबे
शहर की सड़कों समेत सोलन जोन की सड़के चार दिन तक हुई बारिश में खराब हो चुकी हैं। लोनिवि विभाग के मुताबिक क्रस्ट डैमेज यानी मरम्मत के लिए बिछाई गई तारकोल की बजरी खराब हो चुकी है। पूरे जोन में इतना नुकसान आंका जा चुका है। विभाग फिर से मरम्मत कार्य शुरू करने जा रहा है।
दोबारा शुरू होगा काम
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अजय गुप्ता के एक करोड़ क्रस्ट डैमेज की पुष्टि की है। उन्होंने माना कि सड़कों की भारक क्षमता लगभग खत्म हो चुकी है। सोलन के माल रोड की सड़क को पचास लाख से संवारा जा रहा है। सर्वे के बाद अन्य सड़कों को भी बेहतर करने की मुहिम जारी रहेगी।

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