कॉटन कैंडी के सैंपल फ़ैल, बच्चो को न खाने दे वरना होगी कैंसर जैसी गंम्भीर बीमारी

कॉटन कैंडी के सैंपल फ़ैल, बच्चो को न खाने दे वरना होगी कैंसर जैसी गंम्भीर बीमारी

देश के कई राज्य में इस प्रोडक्ट के सैंपल फ़ैल हुए है इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में बिकने वाली कॉटन कैंडी में हानिकारक केमिकल पाया गया है। शहर से भरे गए कॉटन कैंडी के छह नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। 20 फरवरी को शहर से सात सैंपल भरे गए थे, जिन्हें जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा गया था। रिपोर्ट में पाया गया कि कैंडी में रोडामाइन-बी केमिकल है, जिससे कैंसर हो सकता है। नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने संबंधित विक्रेताओं को नोटिस भेज दिए हैं। 30 दिन में इसका जवाब मांगा है।

गौर रहे कि सोलन शहर से 20 फरवरी को नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिंक, ऑरेंज, पर्पल, यलो, सी ग्रीन, व्हाइट और ग्रीन-पर्पल मिक्स कॉटन कैंडी के सैंपल भरे थे। यह सैंपल शक के आधार पर भरा गया था। सूचना थी कि कॉटन कैंडी को गुलाबी रंग देने के लिए रोडामाइन-बी का इस्तेमाल किया जाता है। यह केमिकल सेहत के लिए हानिकारक होता है। वहीं रोडामाइन-बी का इस्तेमाल खाने की वस्तुओं में करना प्रतिबंधित है। शहर में कॉटन कैंडी बेचने वाला व्यक्ति प्रवासी है।

पुडुचेरी सरकार लगा चुकी प्रतिबंधकॉटन कैंडी के मामले में पुडुचेरी सरकार इस पर प्रतिबंध लगा चुकी है। दरअसल वहां लिए गए सैंपलों की जांच में पाया गया कि गुलाबी रंग की कॉटन कैंडी में रोडोमाइन-बी केमिकल है। जबकि नीली रंग की कैंडी में रोडोमाइन-बी के साथ एक और अज्ञात रसायन मिलाया गया। सैंपल फेल होने पर सरकार ने इस पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया।

कॉटन कैंडी के सैंपल फेल हो गए हैं। संबंधित विक्रेताओं को नोटिस भेज दिया है। आगामी कार्रवाई की जा रही है। शहर में फिलहाल कॉटन कैंडी बेचने वालों पर नजर रखी जा रही है। -डॉ. अतुल कैस्था

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