सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी, मरीजों को झेलनी पड रही भारी परेशानी

सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी, मरीजों को झेलनी पड रही भरी परेशानी

सोलन। क्षेत्रीय अस्पताल में दोबारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी खलनी शुरू हो गई है। वहीं अस्पताल में विभागों में एक-एक विशेषज्ञ चिकित्सक होने से ओपीडी के बाहर काफी भीड़ देखने को मिलती है। इसी के साथ अस्पताल में मनोचिकित्सक और डरमोटोलोजिस्ट न होने से मरीजों को परेशान होना पड़ता है। ऐसे में अस्पताल आने वाले गंभीर मरीजों को आईजीएमसी शिमला रेफर करना पड़ रहा है। हालांकि इन विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को पत्र सौंपा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल को इन चिकित्सकों की तैनाती का आग्रह भी किया है। अस्पताल में अब चिकित्सकों के तैनात होने की उम्मीद जगी है, लेकिन अस्पताल में ये चिकित्सक कब तैनात होंगे इसका उत्तर भविष्य के गर्भ में है।

गौर रहे कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। इस अस्पताल में सोलन ही नहीं, बल्कि शिमला और सिरमौर से भी मरीज इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं। इसके चलते अस्पताल में रोजाना 1500 की ओपीडी रहती है। इसके अलावा वार्डों में भी उपचार के लिए मरीजों को भर्ती किया जाता है। अस्पताल में कुछ चिकित्सकों को छोड़कर वर्तमान में एक शिशु रोग विशेषज्ञ, एक चर्म रोग विशेषज्ञ, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक एनस्थिसिया है। इसके चलते अस्पताल में इन ओपीडी के बाहर काफी भीड़ रहती है। भीड़ के चलते लोग अपनी बारी को लेकर भी आपस में उलझ जाते हैं। वहीं भीड़ में मरीजों की बारी भी देर से आती है। ऐसे में कोई आपात स्थिति में मरीज आ जाए तो चिकित्सक को ओपीडी छोड़कर जाना पड़ता है।

छुट्टी में भी मरीज होते है परेशान
अस्पताल में एक-एक विशेषज्ञ चिकित्सक होने से जहां चिकित्सकों को छुट्टी लेने में दिक्कत आती है। वहीं अगर ये चिकित्सक छुट्टी पर चले जाएं तो मरीजों को काफी परेशानी होती है। अधिकतर समस्या दूरदराज क्षेत्र से आने वाले मरीजों को होती है, जिन्हें चिकित्सक के छुट्टी पर होने का पता न होने से वापस लौटना पड़ता है।

चतुर्थ श्रेणी के 21 पद रिक्त
क्षेत्रीय अस्पताल में मैट्रन के तीन पद खाली चले हैं, जबकि चतुर्थ श्रेणी के पद भी खाली है। अस्पताल में 36 पद चतुर्थ श्रेणी के हैं, लेकिन 21 पद खाली है। वहीं डाइवर के तीन, तीन सीनियर असिस्टेंट और दो जूनियर असिस्टेंट के पद भी रिक्त हैं। हालांकि इसके बारे में भी उच्चाधिकारियों को बताया जा चुका है।

स्वास्थ्य मंत्री नहीं दे पाए स्थायी सर्जन और ओटीए
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में सर्जन चिकित्सक और ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट (ओटीए) का पद अभी भी प्रतिनियुक्ति पर चल रहा है। दोनों का आगामी कुछ दिनों में प्रतिनियुक्ति समय पूरा होने वाला है। इसके बाद मरीजों को फिर परेशानी होगी। इसके बारे में स्वास्थ्य मंत्री को बताया जा चुका है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल अपने गृह क्षेत्र के क्षेत्रीय अस्पताल में स्थायी सर्जन चिकित्सक और ओटीए की तैनाती नहीं कर पाए हैं।

अस्पताल में शिशु रोग, चर्म रोग, रेडियोलॉजिस्ट, एनस्थिसिया, मनोचिकित्सक और डरमोटोलोजिस्ट विशेषज्ञ तैनात करने के लिए मांग पत्र भेजा गया है। इसी के साथ स्वास्थ्य मंत्री को भी चिकित्सकों की तैनाती का आग्रह किया गया है। जल्द ही अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती हो जाएगी। साथ ही अन्य पद भी भरे जाएंगे।
-डॉ. एसएल वर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन

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