रिपोर्ट में गांव सलेमपुर शेखा निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि उसका सवा दो साल का बेटा अनमोल शर्मा 18 फरवरी को बीमार हो गया था। वह गांव घगर सराय में स्थित डॉ. गरजा सिंह के पास 19 फरवरी को दवा लेने गया। वहां उसका बेटा कुलविंद्र सिंह भी बैठा था। उन्होंने उसको दवाई दे दी। दवाई लेने के बाद भी उसके बेटे की तबीयत में सुधार नहीं होने पर फिर से वह क्लीनिक गया।
अनमोल शर्मा दोपहर तक क्लीनिक में भर्ती रहा लेकिन तबीयत ज्यादा खराब होने के चलते उसे राजपुरा स्थित डॉ. धवन के पास ले जाया गया। टेस्ट करवाने के बाद सामने आया कि अनमोल की किडनी और लीवर में संक्रमण हो चुका है। इसके बाद अनमोल को चंडीगढ़ स्थित सेक्टर-32 अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां 26 फरवरी को उसके बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने डॉ. गरजा सिंह उसके बेटे कुलविंदर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। एएसआई मोहर सिंह ने बताया कि आरोपी फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है।
सर्बजीत भी लड़ रहा है जिंदगी और मौत की लड़ाई
आठ फरवरी को उसके बेटे सर्बजीत सिंह की तबीयत खराब होने पर राजपुरा में बच्चों के डॉक्टर दिनेश गर्ग के पास ले गया। डॉ. दिनेश ने टेस्ट करवाने के बाद बताया कि सर्बजीत की किडनी में संक्रमण हो चुका है। सर्बजीत को चंडीगढ़ के सेक्टर-32 अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वह आईसीयू में है। अवतार सिंह का आरोप है कि गलत दवाई देकर उसके बच्चे की जान से खिलवाड़ किया गया है। पुलिस ने डॉ. गरजा सिंह, कुलविंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
शंभू थाना प्रभारी प्रेम सिंह ने बताया कि बच्चे के पिता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। आरोपी के पकड़े जाने पर इस बात की भी जांच की जाएगी कि उसके पास डॉक्टर की डिग्री है या नहीं।