शिमला
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और आसपास के क्षेत्रों में नई टाउनशिप बनाने के लिए डेवलपमेंट प्लान बनेगा। प्लानिंग एरिया में कहां-कहां अस्पताल का निर्माण, रोप-वे, आवासीय कॉलोनियां और मंडियां स्थापित की जानी हैं। सरकार ने इसका प्रारूप तैयार करने का जिम्मा अहमदाबाद की एक कंपनी को सौंपा है। यह कंपनी वर्ष 2041 को ध्यान में रखते हुए प्लान तैयार करेगी।
नए डेवलपमेंट प्लान में ओपन और कोर एरिया में ढाई से अधिक मंजिलें बनाए जाने का भी प्रस्ताव है। सोमवार को शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में डेवलपमेंट प्लान को लेकर सचिवालय में मैराथन बैठक हुई। इसमें शहरी विकास विभाग, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग, नगर निगम शिमला के अधिकारी मौजूद रहे। कंपनी के अधिकारियों को भी बैठक में बुलाया गया था। प्लानिंग एरिया में लोगों की आवाजाही के चलते भीड़भाड़ क्षेत्रों में सब्जी और अनाज मंडियों को बाहर किया जाना है।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि एनजीटी ने शिमला प्लानिंग एरिया में ढाई से अधिक मंजिल निर्माण पर रोक लगाई है। इस फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट में गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि लोगों को इससे ज्यादा मंजिलें मिल सके। उल्लेखनीय है कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में नए डेवलपमेंट प्लान को लेकर परिवहन, बिजली बोर्ड, उद्योग विभाग केअधिकारियों की बैठक हो चुकी है। निजी प्लानरों को भी बैठक में बुलाया गया था।
अमृत योजना के तहत बनेगा डेवलपमेंट प्लान
नया डेवलपमेंट प्लान अमृत योजना के तहत होगा। शिमला शहर को विश्व स्तरीय तकनीक के माध्यम से विकसित किया जाएगा। कुफरी और निकटवर्ती क्षेत्रों को ईको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।