सरकार के रवैये पर उखड़े निजी संस्थान

हमीरपुर। निजी तकनीकी संस्थान सरकार के रवैये से खफा हैं। हमीरपुर में तकनीकी संस्थान प्रबंधकों की बैठक में सरकार के रवैये को लेकर रोष जताया गया। बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश तकनीकी संस्थान प्रबंधन एसोसिएशन के अध्यक्ष रजनीश बंसल ने की। संस्थान प्रबंधन वर्ग ने आरोप लगाया कि सरकार तकनीकी संस्थानों को बंद करवाने पर तुली हुई है। संस्थानों में 25 हजार के करीब छात्र अध्ययन कर रहे हैं और संस्थानों में पांच हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है। संस्थान राज्य सरकार के लिए फंड का माध्यम भी है। सरकार के रवैये के कारण छात्रों का भविष्य असुरक्षित है और छात्रों का भविष्य खराब होने पर सारी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी।
एसोसिएशन ने कहा कि संस्थान प्रबंधक पदाधिकारी तकनीकी शिक्षा मंत्री, तकनीकी शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव से मिलकर प्रवेश प्रक्रिया को एआईसीटीई के नियमों के अनुसार बनाने की मांग कर चुके हैं। सरकार कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं है और संस्थानों को छात्रों का परिणाम रोकने की धमकी देकर डराया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा बोर्ड के संस्थानों पर लगाए गए जुर्माने पर भी विरोध जताया। संस्थानों पर जुर्माना लगाया जाना सही नहीं है। कारण संस्थानों में एआईसीटीई प्रावधानों के अनुसार ही छात्रों को प्रवेश प्रदान किया गया है। एसोसिएशन ने बोर्ड प्रबंधन से निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया, अन्यथा छात्र हित में न्याय हासिल करने के लिए संस्थान प्रबंधन अन्य विकल्पों पर विचार करेंगे।
बैठक के दौरान महासचिव निक्का राम चौधरी, उपाध्यक्ष जरनैल सिंह पटियाल, राकेश गुप्ता, भूपिंदर शर्मा, सूरज पाठक, नरेंद्र राणा, हितेश गांधी, विनोद ठाकुर, डॉ रजनीश गौतम सहित अन्य उपस्थित थे।

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