संतोषगढ़ (ऊना)। बीनेवाल गांव में वीरवार देर शाम सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे तीन लोगों की मौत होे गई है जबकि, एक युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। मरने वालों में दो सगे भाई शामिल हैं। बताया जा रहा है कि टैंक में करंट और जहरीली गैस की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है। सूचना पर अग्निशमन विभाग और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। गड्ढे में करंट की वजह से विद्युत बोर्ड ने बिजली बंद कर दी थी। जिसकी वजह से बचाव कार्यों में देरी हुई।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीनेवाल में वीरवार देर शाम 8.30 बजे के करीब घर के आंगन में बने सेप्टिक टैंक की सफाई करने 17 वर्षीय युवक निहाल सिंह टैंक में उतरा। काफी देर तक बाहर न निकलने से सगे भाई गुरलाल सिंह (50) और सुभाष (35) भी टैंक में उतर गए। युवक निहाल इनका सगा भतीजा है। ये दोनों भी बाहर नहीं निकले। इतने में घर की महिलाओं ने शोर मचाया और पड़ोसी गुरमीत सिंह (55) को बुलाया। गुरमीत भी मदद के लिए टैंक में चला गया, लेकिन वापस नहीं आया। इतनी देर में इलाके में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी। अग्निशमन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन बिजली बंद करने की वजह से बचाव कार्यों में दिक्कतें पेश आई। टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद चार लोगों को टैंक से बाहर निकाला। इनमें से तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि युवक गंभीर अवस्था में था। मरने वालों में गुरलाल सिंह और सुभाष (सगे भाई) और पड़ोसी गुरमीत शामिल हैं। जबकि युवक निहाल सिंह को 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डीएसपी हेडक्वार्टर अंजली जसवाल ने बताया कि सेप्टिक टैंक के गड्ढे में करंट होने की बात कही जा रही है। जिसकी वजह से पूरे इलाके की बिजली बंद करनी पड़ी। जहरीली गैस की वजह से भी यह हादसा हो सकता है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए ऊना अस्पताल लाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हादसे के कारणों का पता चल पाएगा। देर शाम एसडीएम नरेश ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंच गए।