वेबसाइट में इसने लड़कियों की तस्वीरों के अलावा दो मोबाइल नंबर भी डिस्पले कर रखे थे। इस रैकेट को चलाने वाले एक आरोपी वीरेंद्र सिंह को पहले ही पुलिस ने दबोचा है। इसी ने पूछताछ में बताया कि वेबसाइट को विक्रम चलाता है और पैसों का लेन-देन एडवांस ऑनलाइन ही होता है।
जानकारी मिलने के बाद आरोपी की तलाश में पुलिस चंडीगढ़ और पंचकूला गई। पुलिस का बढ़ता शिकंजा देख आरोपी ने सोमवार शाम को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। ढली पुलिस ने कुछ दिन पहले नकली ग्राहक बनकर वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया था और दो लड़कियों की डिमांड रखी। पेशगी के तौर पर आरोपी के बताए खाते में पैसे भी ट्रांसफर किए गए। दो लड़कियों को लेकर चंडीगढ़ से आरोपी वीरेंद्र सिंह आया।
इसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लड़कियों के बयान लेकर उन्हें नारी निकेतन मशोबरा भेज दिया जहां से उन्हें उनके परिजनों के सपुर्द कर दिया। वीरेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि विक्रम वेबसाइट चलाता है।
शिमला के अलावा उसने चंडीगढ़, पंचकूला, सोलन, मोहाली, गोवा, अंबाला, लुधियाना में एस्कोर्ट सर्विस ऑनलाइन चला रखी है। इसमें दी गई लड़कियों की अधिकांश फोटो फर्जी होती हैं।
उनके संपर्क में जो लड़कियां आती हैं उन्हें एक रात का पांच हजार दिया जाता है। सौदा दस हजार में तय होता है। इसमें से विक्रम तीन हजार रखता है और उसे दो हजार दिया जाता है।
यह पहले भी शिमला के होटलों में लड़कियों की सप्लाई कर चुके हैं। मामले की निगरानी कर रहे एएसपी सिटी प्रवीर ठाकुर ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है और पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।
कई बार आ चुकी है शिमला
होटल की वीडियो फुटेज बरामद
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उन होटलों की वीडियो फुटेज खंगालना शुरू की हैं, जहां लड़कियों के सप्लाई करने की बात सामने आई। इनमें से एक होटल की सीसीटीवी फुटेज में एक लड़की नजर आ रही है। पुलिस ने फुटेज को कब्जे में ले लिया है।
खुद भी करती है लड़कियां संपर्क
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी बेवसाइट पर दो मोबाइल नंबर डिस्पले किए हुए हैं। कई बार ऐसी लड़कियां जिन्हें पैसों की जरूरत होती हैं, वे खुद उन्हें कॉल कर काम के लिए कहती थी। इसी तरह उनके जरिए भी आगे से आगे लड़कियों का नेटवर्क बन जाता था। ग्राहक की पसंद पर संबंधित लड़की को उसके पास भेज दिया जाता।