विस्थापितों के साथ फिर विफल हुई वार्ता

कुल्लू। पार्वती जल विद्युत परियोजना चरण-3 में स्थायी रोजगार को लेकर विस्थापितों परिवारों और परियोजना प्रबंधन के बीच चल रही तकरार कम नहीं हो रही है। 29 दिनों से परियोजना स्थल विहाली में चल रही हड़ताल को समाप्त करने के लिए परियोजना प्रबंधन, जिला प्रशासन ने विस्थापितों के साथ जिला मुख्यालय में वार्ता की, लेकिन वार्ता पूरी तरह से असफल रही। ऐसे में विस्थापितों ने हड़ताल को जारी रखने का फैसला लिया है।
छठे दौरे की इस बैठक में जिला प्रशासन की ओर से डीसी कुल्लू राकेश कंवर, एडीएम कुल्लू विनय धीमान, एसडीएम बंजार के अलावा बंजार के विधायक कर्ण सिंह, एनएचपीसी पावर्ती जलविद्युत परियोजना चरण-3 के जीएम सीबी सिंह तथा चरण-2 के एक के सिंह सहित चरण-3 विस्थापित संघ के प्रधान दीवान चंद और चरण-2 के प्रधान रूम सिंह और अन्य प्रभावित-विस्थापित मौजूद रहे। क्षेत्र की विभिन्न पंचायत शांघड़, देहुरी, सुचैहण, धाउगी, कनौन आदि के प्रधान भी उपस्थित रहे। परियोजना के विस्थापित नेता दीवान चंद ने कहा कि उन्हें वार्ता के लिए बुलाया गया था लेकिन वार्ता में समझौता न होता देख प्रशासन और परियोजना प्रबंधन उन्हें धमका रहे हैं कि अगर हड़ताल समाप्त नहीं की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने स्थानीय विधायक पर भी धमकाने को आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने विस्थापितों को एक मुश्त पैकेज के रूप में 1.70 लाख की पेशकश की, लेकिन विस्थापितों ने इसे पूरी तरह से ठुकरा दिया है। करीब तीन घंटे तक चली यह वार्ता बेनतीजा रही है। विस्थापित प्रत्येक परिवार को 30 लाख रुपये पैकेज की मांग कर रहे है।
वहीं इस संबंध में डीसी कुल्लू राकेश कंवर के अनुसार छठे दौरे की हुई वार्ता में विस्थापित लोग एक मुश्त पैकेज के लिए मान गए थे, लेकिन कुछ लोग इसमें अड़ंगा डाले रहे हैं। अब प्रशासन की ओर कानूनी कार्रवाई अमल में लाएगी और साथ ही एक मुश्त दिए जाने वाले मुआवजे को न देने पर भी विचार किया जा रहा है।

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