स्पोर्टस डेस्क
हिमा दास का विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में खेलना उनकी फिटनेस पर निर्भर करेगा। हिमा इस चैंपियनशिप के लिए 400 मीटर में क्वालिफाई नहीं कर पाई हैं, लेकिन चार गुणा चार सौ मीटर रिले और मिक्स रिले में वह दौडने की दावेदार हैं।
यही कारण है कि उन्हें रिले टीम के साथ चेक रिपब्लिक में रखा गया है, लेकिन चयन समिति के कुछ सदस्य उन्हें पूरी तरह फिट नहीं होने पर चैंपियनशिप में ले जाने के पक्ष में नहीं हैं। फेडरेशन की मेडिकल रिपोर्ट अगर उन्हें फिटनेस पर हरी झंडी देती है तभी उनका उनका रिले के लिए चयन किया जाएगा वरना उन्हें टीम से बाहर किए जाने की भी संभावना है।
यही कारण है कि उन्हें रिले टीम के साथ चेक रिपब्लिक में रखा गया है, लेकिन चयन समिति के कुछ सदस्य उन्हें पूरी तरह फिट नहीं होने पर चैंपियनशिप में ले जाने के पक्ष में नहीं हैं। फेडरेशन की मेडिकल रिपोर्ट अगर उन्हें फिटनेस पर हरी झंडी देती है तभी उनका उनका रिले के लिए चयन किया जाएगा वरना उन्हें टीम से बाहर किए जाने की भी संभावना है।
वहीं दुती चंद का विश्व चैंपियनशिप में खेलना अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक संघ (आईएएएफ) के बुलावे पर निर्भर करेगा। आईएएएफ की ओर से सोमवार को भारतीय एथलीटों की रैंकिंग के अनुसार निमंत्रण भेजे जाएंगे। इन निमंत्रण के आधार पर दुती, हाई जंपर तेजस्विन शंकर, शॉटपुटर तेजिंदर पाल सिंह तूर जैसे एथलीटों का चयन निर्भर करेगा।
रिले टीमों को छोड़कर व्यक्तिगत इवेंट में 24 के करीब एथलीट चयन के दावेदार हैं। इनमें मोहम्मद अनस (400 मीटर), बनारस के जेवेलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह, जिंसन जॉनसन (1500 मीटर), लॉंग जंपर श्रीशंकर मुरली, अविनाश साबले (3000 मीटर स्टीपलचेज), सुधा सिंह (मैराथन), अनु रानी (जेवेलिन थ्रो) चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं।