विद्युत प्रोजेक्टों को राहत के आसार

केलांग। लंबे अरसे से लटके पड़े विद्युत प्रोजेक्टों के प्रति राज्य सरकार के नरम रुख के चलते कंपनी प्रबंधनों को राहत मिलती नजर आ रही है। राज्य सरकार ऐेसे विद्युत परियोजनाओं का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के मूड में है जो लोगों के विरोध के चलते रुके पड़े हैं।
वीरभद्र सिंह ने स्पष्ट कहा कि कुछ लोग अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए विद्युत परियोजनाओं का विरोध कर लोगों को भड़का रहे हैं। हालांकि उन्होंने परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के हिताें की सुरक्षा भी जरूरी बताई। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कहना है कि जिन परियोजनाओं को लेकर विवाद है उसे बातचीत के जरिये हल किया जाएगा। सरकार ने चिनाब की धारा और इसकी सहायक नदी नालों में बनने वाली करीब दर्जन भर मेगा बिजली परियोजनाओं को निजी क्षेत्र की कंपनियों को अलाट किया है। यह प्रोजेक्ट पूर्व धूमल सरकार के दौरान आवंटित हुए थे। इन परियोजनाओं से करीब तीन हजार मेगावाट बिजली पैदा होगी। लेकिन लोगों के विरोध से प्रोजेक्टों का निर्माण कार्य लटका पड़ा है। जिस्पा बांध संघर्ष समिति के विरोध से तीन सौ मेगावाट की जिस्पा और चार सौ मेगावाट की सैली परियोजना भी विवादों में हैं। जिस्पा बांध संघर्ष समिति पांच सालों से जिस्पा प्रोजेक्ट के खिलाफ अपनी निर्णायक जंग लड़ रही है। सैली संघर्ष समिति भी सैली प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है।

Related posts