रेल का फंड बैलेंस 12000 करोड़ रुपए होने की संभावना: पवन बंसल

नई दिल्ली: रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने दावा किया है कि भारतीय रेल मुनाफे में आ चुकी है तथा अगले वित्त वर्ष में आय और खर्च में संतुलन रखने के प्रयास किए जाएंगे जिससे उसका कोष 2013-14 में 12000 करोड़ रुपये हो जाने की संभावना है।

लोकसभा में आज रेल बजट पेश करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह पूछे जाने पर कि क्या आप अगले वित्त वर्ष तक रेलवे को
मुनाफे में ले आएंगे। बंसल ने यह दावा किया। उन्होंने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के समाप्ति वर्ष तक यह कोष 30000 करोड़ तक करने का लक्ष्य है।

उन्होंने कहा कि रेलवे के पास धनराशि कम है और आशाएं और जरुरतें काफी अधिक हैं। फिर भी उन्होंने सीमित संसाधनों में ही बिना किराए बढ़ाए सुविधाओं और सेवाओं में विस्तार करने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि संवर्धित आरक्षण शुल्क को खत्म कर दिया गया है। केवल सुपर फास्ट रेलगाडिय़ों के लिए पूरक प्रभार, आरक्षण शुल्क, लिपिकीय प्रभार, रद्दकरण प्रभार और तत्काल प्रभार में ही मामूली वृद्धि की गई है।

बंसल ने बताया कि रेल टैरिफ प्राधिकरण की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है और इस पर अंतर मंत्रालय स्तर पर परामर्श किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रस्ताव को केन्द्रीय मंत्रिमंडल जल्द मंजूरी दे देगा, जबकि माल भाड़े के संबंध में ईंधन समायोजन घटक (एफएसी) से सम्बद्ध संशोधन आगामी एक अप्रैल से लागू किया जाएगा।

Related posts