राष्ट्रीय कार्यशाला में जुटे विशेषज्ञ

चम्बा : इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को लेकर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें इस पद्धति में प्रयोग होने वाली 114 वन औषधियों का गहन अध्ययन करने के लिए देश भर के 14 प्रांतों से 40 से अधिक चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. बृज लाल ने किया। उन्होंने हिमालयन हर्बल पर विशेष डाक्यूमैंट्री दिखाते हुए बताया कि हिमालय में उत्पन्न होने वाली वन औषधियां गुणवत्ता के लिहाज से श्रेष्ठ पाई गई हैं। उन्होंने इलैक्ट्रोहोम्योपैथी में प्रयुक्त होने वाली वन औषधियों को एक मानक दर्शन के तौर पर प्रस्तुत किया और बताया कि यह एक कारगर पैथी के रूप में उभर रही है। इसे देशभर में एक समान रूप से प्रचारित करने की आवश्यकता है।

डा. बृज लाल ने कहा कि चम्बा जिला की ऊंची चोटियों पर असंख्य वन औषधियां मौजूद हैं जिनकी खोज करने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सीएसआईआर इस दिशा में विशेष कार्यक्रम चला रहा है ताकि देश की परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को भी विकसित किया जा सके। इस अवसर पर मुख्य अनुसंधानकर्ता डा. संजीव शर्मा, डा. सुरेंद्र ठाकुर व डा. रेहानुल हुद्दा ने भी इलैक्ट्रोहोम्योपैथी की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखे।

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