पुनर्मूल्यांकन के बाद भी जानबूझकर एक विद्यार्थी का परिणाम लटका दिया जिससे वह बीटेक में दाखिले से वंचित रह गया। पीड़ित छात्र ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम ठाकुर से इसकी शिकायत की है।
इलेक्ट्रिकल छठे एवं अंतिम सेमेस्टर के छात्रों पंकज, संजय कुमार, विशाल स्याल और सुभाष चंद ने प्रधानाचार्य से शिकायत कर आरोप लगाया था कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रैक्टिकल में चहेतों को मनमाने अंक दिए जा रहे हैं। प्रैक्टिकल के लिए टेप, पेचकश तक नहीं दिया जाता।
प्रिंसिपल दिनेश शर्मा ने बताया कि आरोप बेबुनियाद पाए गए हैं। ये सभी छात्र पास आउट हो चुके हैं। आरटीआई में जो सूचना मांगी थी, उसका जवाब संयुक्त निदेशक से दिया गया है। उधर, इस मामले में निदेशक तकनीकी शिक्षा मंडी शुभकरण सिंह से बात करने की कोशिश की गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाए।
मामला ध्यान में है। कुछ छात्रों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और निदेशालय में शिकायत की है। इस मामले में आगामी क्या कार्रवाई हुई, अभी इसकी जानकारी नहीं है।- सुनील वर्मा, सचिव तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला
19 अगस्त को घोषित किया परिणाम
उच्च शिक्षा में दाखिला प्राप्त करने के लिए पंकज ने जुलाई अंत तक परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग उठाई थी, लेकिन परिणाम में देरी की वजह से बीटेक में उन्हें दाखिला नहीं मिल पाया।