मुख्यमंत्री से उठाईं विस्थापितों की समस्याएं

रामपुर बुशहर। झाकड़ी प्रोजेक्ट के विस्थापित शिमला में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले। प्रोजेक्ट विस्थापित कल्याण समिति के नेतृत्व मेें विस्थापितों ने सीएम से कई समस्याएं उठाईं और उनके निराकरण की मांग की। विस्थापितों ने सीएम से झाकड़ी प्रोजेक्ट में प्रतिदिन होने वाले कुल उत्पादन से अर्जित राशि में से एक प्रतिशत हिस्सा प्रबंधन से दिलवाने की मांग की। वहीं, उन्होंने विस्थापित परिवारों के प्रत्येक सदस्य को नौकरी दिलवाने की मांग भी उठाई। मंडी जिले के कोलडैम प्रोजेक्ट में राष्ट्रीय पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन नीति के अंतर्गत विस्थापितों को उत्पादन से अर्जित राशि का एक प्रतिशत हिस्सा दिया जा रहा है। विस्थापितों का कहना है कि उन्होंने झाकड़ी प्रोजेक्ट बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसलिए उनको भी यह सुविधा मिलनी चाहिए। 27 दिसंबर 1991 को हुए समझौते के तहत प्रोजेक्ट प्रबंधन को विस्थापित परिवारों के प्रत्येक सदस्य को नौकरी देनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज भी 301 परिवार रोजगार की आस लगाए बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने विस्थापितों की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और उनके निराकरण के लिए हरसंभव प्रयास का आश्वासन दिया। झाकड़ी कांग्रेस जोन के प्रधान हरिदास राठौर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिले प्रतिनिधि मंडल में कल्याण समिति के अध्यक्ष विशाल मेहता, नितेश नेगी, अनिल रांटा, संजीव नेगी, सुरेंद्र ठाकुर, सतीश नेगी, हेमराज, राकेश मेहता, मुकेश मेहता, प्रभाकर, मस्त राम, अमर, कर्मचंद, देवराज, यशपाल, संजय नेगी और अरुण ठाकुर आदि शामिल थे।

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