माइनस में पहुंचा ऊना का पारा

ऊना। जिला में न्यूनतम तापमान मंगलवार को माइनस में पहुंच गया। कई दिन से चल रही शीत लहर तेज हो गई है। पिछले दो-तीन दिन से घनी धुंध और कोहरे के साथ चल रही ठंडी हवाएं लोगों के लिए आफत बन गई हैं। खून जमा देने वाली ठंड के कारण जिला भर में जनजीवन व्यापक रूप से प्रभावित हो रहा है। कड़ाके की सर्दी के में जहां कई निजी स्कूलों और आंगनबाड़ियाें में नन्हे छात्रों को ठिठुरते हुए शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। वहीं, बाजाराें से भी रौनक गायब है। हालांकि, कई निजी स्कूल प्रबंधनों ने सर्दी के चलते स्कूलों को बंद करने का निर्णय ले लिया है। लेकिन, जिला प्रशासन आंगनबाड़ी केंद्रों में कड़ाके की सर्दी के बीच पहुंच रहे नौनिहालों को लेकर अभी तक मौन है।
मंगलवार को ऊना का न्यूनतम तापमान सीजन के सबसे कम आंकड़े -0.2 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा है। मौसम विभाग की मानें तो जिले में मौसम के खुलते ही तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, जिला में तापमान के माइनस में जाने के संदर्भ में अमर उजाला ने पहले ही आगाह किया था। मौसम विभाग के कार्यकारी अधिकारी विनोद कुमार शर्मा के अनुसार मंगलवार को न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। उन्होंने आने वाले दिनों में तापमान और लुढ़कने की संभावना जताई है।

छोटे बच्चों, बुजुर्गों का रखें खास ख्याल
कार्यकारी सीएमओ डा. जीआर कौशल का कहना है कि भयंकर सर्दी के बीच हर वर्ग के लोग अपना ध्यान रखें। उन्हाेंने छोटे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का खासतौर पर ध्यान रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का मौसम सर्दी जनित रोगों के अतिरिक्त सांस के रोगों का पर्याय बन सकता है।

Related posts