मंत्रिमंडल विस्तार : राजेश धर्माणी का मंत्री बनना तय, राजेंद्र राणा के नाम पर अभी स्थिति अस्पष्ट

मंत्रिमंडल विस्तार : राजेश धर्माणी का मंत्री बनना तय, राजेंद्र राणा के नाम पर अभी स्थिति अस्पष्ट

प्रदेश के घुमारवीं से कांग्रेस विधायक राजेश धर्माणी का मंत्री बनना लगभग तय है। हालांकि हमीरपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा के नाम पर पेच फंस गया है। कांगड़ा के फतेहपुर से कांग्रेस विधायक भवानिया सिंह पठानिया के नाम मंत्री पद की रेस में एकाएक सामने आया है। हालांकि, जयसिंहपुर से कांग्रेस विधायक यादविंद्र गोमा का नाम पहले से ही मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। वहीं, जल्दी ही राज्य मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना के बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शनिवार को तीसरे दिन भी नई दिल्ली में डटे रहे और केंद्रीय नेतृत्व से मिले तथा उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू केंद्रीय नेतृत्व से अकेले-अकेले ही मुलाकात कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अब तक वह केसी वेणुगोपाल, राजीव शुक्ला समेत कई अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। चर्चा है कि वह मंत्रिमंडल विस्तार के विभिन्न पहलुओं पर इन नेताओं से चर्चा कर चुके हैं। सूत्रों के अनुसार घुमारवीं से कांग्रेस विधायक राजेश धर्माणी का मंत्री बनना अब लगभग तय है। धर्माणी के अलावा हमीरपुर के सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा मंत्री नियुक्त किए जा सकते हैं। राणा हाईकमान को मनाने में कामयाब हो चुके हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के गृह जिला से होने और इस जिले के छोटा होने के नाते उनका मंत्री बनने में अभी पेच फंसा हुआ है।

अगर धर्माणी के साथ राणा मंत्री बनते हैं तो इससे एक ब्राह्मण और राजपूत को बनाकर जातीय संतुलन तो बनेगा, लेकिन क्षेत्रीय संतुलन गड़बड़ा जाएगा। यानी ऐसे में कांगड़ा को केवल एक ही नया मंत्री मिल पाएगा, जबकि कांगड़ा को तीन मंत्री देने जरूरी माना जा रहा है। चंद्र कुमार अभी तक कांगड़ा से अकेले मंत्री हैं। धर्माणी के मंत्री बनने की स्थिति में पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ड्राप हो सकते हैं, क्योंकि मंत्रिमंडल विस्तार में एक साथ दो ब्राह्मणों को मंत्री बनाने के पक्ष में हाईकमान नहीं होगा। राजपूत कोटे से भवानी सिंह पठानिया का नाम भी उभरा है तो यादविंद्र गोमा अनुसूचित जाति कोटे से मंत्री बनाए जा सकते हैं।

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