मंडी में छिटपुट बूंदाबांदी से किसान मायूस

उरला (मंडी)। आसमान में घनघोर बादलों के बावजूद बारिश न होना जहां किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, वहीं आम लोग भी खुश्क सर्दी से परेशान हैं। शनिवार को आसमान में घने बादल आने से किसान बारिश की पूरी आस लगाए हुए थे, लेकिन छिटपुट बूंदाबादी के साथ ही मौसम साफ हो जाने से किसानों को एक बार फिर मायूस होना पड़ा। ऐसे में बारिश के लगातार बढ़ रहे इंतजार ने किसानों को चिंता में डुबो दिया है। किसानों की मानें तो पिछले चार पांच साल से प्राकृतिक आपदाओं के कारण खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। कभी लगातार सूखा और कभी भारी भरकम बारिश से खेतों में बोया अनाज का दाना भी नसीब नहीं हो रहा है। मौसम के मिजाज को देखकर इस बार भी हालत यही बने हुए हैं। इस बार किसान लोहड़ी पर्व के दौरान बारिश होने की आस लगाए बैठे थे, लेकिन फिलहाल आसार कम नजर आ रहे हैं। ऐसे में मौसम को देखते हुए बारिश के आसार बनने के बाबजूद मेघ न बरसने से किसान चिंता में हैं और आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। किसानों में राम सिंह, रोशन लाल, खेम सिंह, मखौली राम, मोहन सिंह, भादर सिंह, शेर सिंह, गोपाल सिंह, प्रकाश चंद, भाटकू राम, नरपत राम, काली दास, चेत राम, दीप कुमार, अच्छर सिंह, मौनी राम तथा हाड़ू राम और पूरन चंद आदि का कहना है कि लगातार चल रहे भीषण सूखे ने किसानों की हालत पतली कर दी है, जिससे गंदम की पौध अब पीली पड़ने से तबाह होने के कगार पर है। ऐसे में अगर दो तीन दिन के भीतर बारिश नहीं होती है तो बीज का दाना भी नसीब नहीं हो पाएगा।

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