भूकंप से कांपा हिमाचल, 5.1 तीव्रता के झटके

कांगड़ा-चंबा जिलों में वीरवार को भूंकप के जोरदार झटके आए। सात घंटों के भीतर धरती तीन बार हिली। इससे लोग सहम गए। हालांकि कहीं से जानी नुकसान की खबर नहीं है। इन झटकों से रिहायशी मकानों में दरारें जरूर आई हैं।

भूकंप का केंद्र कांगड़ा-चंबा जिलों की सीमा पर धौलाधार रेंज में था और ये जमीन से 10 किलोमीटर भीतर था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 आंकी गई है। सबसे पहला झटका वीरवार सुबह 6:49 बजे आया। इसके बाद सबसे तेज झटका दोपहर को 1:41 बजे लगा।

इसके बाद 2.18 बजे फिर हलचल हुई। भूकंप केझटके लगते ही लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर की ओर दौड़े। चंबा, धर्मशाला, पालमपुर, शाहपुर और बैजनाथ में जोरदार झटके लगने से लोग डर के मारे लंबे समय तक घरों से बाहर रहे। दोपहर को लगे 5.1 तीव्रता वाले झटके से कांगड़ा जिला में कई घरों में दरारें पड़ गई हैं।

पालमपुर उपमंडल के मैंझा गांव और बैजनाथ उपमंडल के गांधी ग्राम के करीब आधा दर्जन घरों में दरारें आई हैं। मैंझा गांव के शमशेर सिंह, गांधी ग्राम के कमल अवस्थी, संजीव पुरोहित, विवेक अवस्थी आदि के घरों में दरारें पड़ी हैं। मैंझा गांव में एक घर के शीशे तिड़क गए।

शहीद कैप्टन विक्रम बतरा कॉलेज पालमपुर के भवन में भी भूकंप से कुछ दरारें आ गई हैं। रेनबो स्कूल नगरोटा बगवां में अलमारी से रजिस्टर और किताबें गिर गईं। भूकंप केंद्र नड्डी के प्रभारी आरएम शर्मा ने बताया कि वीरवार सुबह 6:49 और दोपहर 1:41 बजे भूकंप के झटके लगे हैं।

ये झटके 3.9 और 5.1 तीव्रता के थे। उपायुक्त कांगड़ा सी पालरासु ने कहा कि भूकंप के झटकों से किसी बड़े नुकसान की सूचना अभी नहीं है।

Related posts