भरमौर के आधा दर्जन गांवों में सड़कें नहीं

भरमौर (चंबा)। पंचायत भरमौर के आधा दर्जन गांवों को सड़क सुविधा नसीब नहीं हो पाई है। इस कारण लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर जब कोई बीमार पड़ता है तो उसे स्वास्थ्य केंद्र तक पीठ पर पहुंचाना पड़ता है। इसके अलावा बिना सड़क सेब और नकदी फसल को मार्केट तक पहुंचाने के लिए भाड़े के रूप में मुनाफे का काफी हिस्सा खर्च हो जाता है। यही, नहीं लोगों को रोजमर्रा का सामान भी पीठ पर लादकर लाना पड़ता है।
लोगों का कहना है कि दूर-पार के गांव सड़क से जुड़ गए हैं, लेकिन तहसील मुख्यालय की पंचायत के आधा दर्जन गांव सड़क सुविधा से महरूम है। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में कांग्रेेस सरकार बनने से घुसण, सैरी, गोवा, खरीया और धारगोथा के वाशिंदों को सड़क की आस जगी है। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इन गांवों के लिए सड़क निर्माण के लिए बजट का प्रावधान हो चुका था, लेकिन भाजपा के सता में आते ही सड़क का काम ठंडे बस्ते में पड़ गया। प्रदेश में दोबारा कांग्रेस सरकार सत्तासीन होने से तथा भरमौर विस क्षेत्र से वन मंत्री बनाए जाने पर ग्रामीणों को सड़क की आस फिर से पैदा हो गई है। स्थानीय प्रीतम, सुभाष, सुदर्शन, संजय, तिलक, अनिल, केवल, राज, सुनील, सुशील, महिंद्र, पवन, ओम प्रकाश, जयकरण और हेम राज वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और प्रदेश सरकार से मांग की है कि इन गांवों को सड़क से जोड़ा जाए। इससे डेढ़ हजार की आबादी लाभान्वित होगी।

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