बीपीएल चयन में जमकर गोलमाल

बंगाणा (ऊना)। गरीबों का हक अमीर दबा कर बैठे हैं। पंचायत प्रतिनिधि अपनी ड्यूटी में कोताही बरत रहे हैं। यही कारण है कि आईआरडीपी और बीपीएल में पात्र लोगों का चयन नहीं हो पा रहा है। विकास खंड बंगाणा की ज्यादातर पंचायतों में आईआरडीपी एवं बीपीएल के नाम पर सरकार की ओर से चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को नहीं मिल पा रहा है। रसूखदारों के चलते गरीब व्यक्ति का आईआरडीपी में पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से नाम ही दर्ज नहीं किया जाता। आज भी पंचायतों में ज्यादातर उन व्यक्तियों का नाम गरीबी रेखा से नीचे वाली स्कीमों में दर्ज मिलेगा, जिनका बेटा आर्मी में होगा या घर से कोई सरकारी नौकरी पर होगा। रेशमा देवी, ज्ञान चंद, अमर चंद, राज कुमार, सीमा देवी, गुरदेव सिंह, रोशन लाल, पोहलो राम, अवतार सिंह, संत राम सहित अन्य व्यक्तियों का कहना है कि वह बड़ी मुश्किल से अपने परिवारों का पालन-पोषण कर रहे हैं। पंचायत कार्यालयों में बार-बार चक्कर काटने के बावजूद उनके नाम आईआरडीपी या बीपीएल में दर्ज नहीं किए जाते हैं। नाम दर्ज न करने का कोई न कोई बहाना बताकर पंचायत प्रतिनिधि उन्हें परेशान कर रहे हैं। गरीबों के लिए चलाई गई स्कीमों का लाभ रसूखदार उठा रहे हैं। समाज शिक्षा एवं खंड योजना अधिकारी बंगाणा के मुताबिक इस बारे में सरकार के जांच के आदेश आ चुके हैं। उन्होंने ब्लाक बंगाणा की 40 पंचायतों के आईआरडीपी या बीपीएल में शामिल सभी रसूखदारों की सूची तैयार कर ली है। सूची शीघ्र ही एसडीएम को भेज दी जाएगी। जिसमें एसडीएम गलत और सही की जांच करेंगे। उधर, एसडीएम केसी चौधरी का कहना है कि मामला यदि ध्यान में लाया जाता है तो उसकी अवश्य जांच की जाएगी।

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