बहुचर्चित टेक्नोमैक घोटाले की जांच ओडिसा तक पहुंची

शिमला
प्रतीकात्मक तस्वीर
बहुचर्चित 4300 करोड़ से ज्यादा के टेक्नोमैक घोटाले की जांच कर रही सीआईडी की एसआईटी ओडिसा तक पहुंच गई है। ओडिसा सरकार से संपर्क कर उन्होंने खनिज विभाग से कंपनी को सप्लाई किए गए कच्चे माल का पूरा ब्योरा मांगा है।

मामले की जांच कर रही एसआईटी को अब तक की जांच में कई ऐसी फर्मों के बारे में पता चला है जिनसे टेक्नोमैक कच्चे माल की सप्लाई लेती थी। इन कंपनियों के सप्लाई से जुड़े दस्तावेजों को भी जांच टीम खंगाल रही है।

सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान इस बात की भी पुष्टि हुई है कि कंपनी की दो इकाइयां ओडिसा में भी थीं। हालांकि, वर्तमान में दोनों ही इकाइयां बंद हैं लेकिन सीआईडी अब उनका ब्योरा और उनके निदेशकों को भी जांच में शामिल कर रही है।

जांच अधिकारी इस बात की पुष्टि करना चाह रहे हैं कि जितना माल ओडिसा से हिमाचल स्थित कंपनी को भेजने के दस्तावेज हैं, उतना माल भेजा गया था या नहीं। अगर भेजा गया है तो उतना ही माल हिमाचल के कराधान अधिकारियों द्वारा पास किया गया है या नहीं।

उल्लेखनीय है कि इस मामले की जांच एसपी साइबर क्राइम संदीप धवल की अध्यक्षता वाली एसआईटी कर रही है। मामले में अब तक करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि कई अंतरिम जमानत पर चल रहे हैं।

जांच टीम मामले में पहले ही मुख्य आरोपी को फरार घोषित कराने के बाद इंटरपोल की मदद से उसकी तलाश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि जल्द ही इंटरपोल उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कर सकता है।

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