जैसे ही दोनों गाडि़यां गुजर जाएंगी, हेडलाइट की रोशनी सामान्य हो जाएगी। 27वें खंड स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चंबा की छात्रा श्रेया और उसकी सहयोगी अनामिका ने यह मॉडल तैयार किया है।
छात्राओं ने इस मॉडल को सुरक्षा और स्वच्छता का नाम दिया है। छात्राओं द्वारा बनाए मॉडल को देखने के लिए भीड़ उमड़ रही है। यह मॉडल एलडीआर सिस्टम पर आधारित है।
क्या है एलडीआर सिस्टम
छात्राओं ने सिंगल यूज प्लास्टिक बोतल को लेकर भी एक मॉडल तैयार किया है। इस प्लास्टिक को एक ब्लेड से काटकर कूड़ेदान बनाए जा सकते हैं, जिन्हें बेचकर स्वरोजगार अपनाया जा सकता है। स्कूल की गाइड टीचर शिवम पुरी ने बताया कि इस मॉडल के लिए छात्राओं ने बहुत मेहनत की है।
छात्राओं ने बताया कि एलडीआर सिस्टम का इस्तेमाल करके एक ऐसा सर्किट बनाया जा सकता है जो प्रकाश होने पर सप्लाई बंद कर देता है और अंधेरा होने पर सप्लाई ऑन कर देता है।