नर्सिंग सुपरिंटैंडैंट से भी पुलिस ने मामले पर पूछताछ की और उस दौरान डिलीवरी के समय लेबर रूम में तैनात पैरामैडीकल स्टाफ का ब्यौरा लिया। बताया जा रहा है कि उस दौरान पैरामैडीकल स्टाफ के साथ कर्मचारी लेबर रूम में तैनात थे, इनके साथ 6 डाक्टर लेबर रूम में मौजूद थे। हालांकि अभी कई डाक्टरों व कर्मचारियों से इस मामले में पूछताछ होनी है। उधर, इस मामले के खुलासे के बाद के.एन.एच. में हड़कंप मच गया है। पूरा स्टाफ सकते में आ गया है।
डिलीवरी के बाद पैरामैडीकल स्टाफ को थमा दिए थे बच्चे
सूत्रों की मानें तो इस दौरान डाक्टरों ने पूछताछ में बताया कि दोनों माताओं की डिलीवरी के बाद नवजातों को पैरामैडीकल स्टाफ के हाथ में थमा दिया गया था। आगे काम उक्त स्टाफ का रहता है। डाक्टरों का काम मां की सेफ डिलीवरी करवाने का रहता है। उस समय 2 जानें बचाना सबसे महत्वपूर्ण होता है।