पुलिस गंभीर होती तो बच जाती बेटी की जान

शिमला। हमलावरों से पिता को बचाने के लिए खुद की जान पर खेल गई सुमित्रा का पोस्टमार्टम रविवार को आईजीएमसी में किया गया। शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इस वारदात से सुमित्रा के पिता रोशन लाल टूट चुके हैं। उनका आरोप है कि पुलिस गंभीर होती और रामपुर अस्पताल में सही इलाज होता तो उनकी बेटी आज जिंदा होती।
रामपुर के मांदली गांव की सुमित्रा की शादी रोहडू ते बलूण पंचायत के रहने वाले सुरेश कुमार के साथ हुई। मौजूदा समय में सुमित्रा बलूण पंचायत में वार्ड सदस्य भी थीं। इनकी छह साल की बेटी रितिका और तीन साल का बेटा लक्ष्य है। 26 दिसंबर शाम करीब पौने पांच बजे सुमित्रा पिता रोशन लाल के साथ मांदली से गाड़ी में तकलेच जा रही थीं। गांव से दो किलोमीटर दूर टेक सिंह, जवाहर सिंह, आशा देवी, राजा राम, नेपाली सुरजीत और मनोज कुमार ने उनकी गाड़ी को घेर लिया। ये सभी लोहे और डंडों से लैस थे और रोशन लाल पर पिल पड़े। इसी बीच बेटी सुमित्रा ने रोशन लाल को छोड़ देने की हमलावरों से गुहार लगाई लेकिन हमलावर उस पर भी पिल पड़े। उसके कपड़े तक फाड़ डाले। डंडों और लोहे की रॉड से उसके शरीर पर कई जगह जख्म हुए। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
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पुलिस सूचना के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची
रोशनलाल का आरोप है कि मामले की जानकारी तकलेच पुलिस चौकी को दी गई। वहां से जवाब मिला कि रामपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाओ, हम घटनास्थल पर नहीं आ सकते। हमारे पास गाड़ी नहीं है। आरोप है कि पुलिस हमलावरों से मिली हुई है। वारदात स्थल से पुलिस चौकी मुश्किल से 4 से 6 किलोमीटर है। टूटी फूटी गाड़ी में ही किसी तरह चौकी पहुंचे। यहां भी पुलिस पर आरोप है कि अपनी मर्जी से बयान लिखे गए हैं।
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तीन दिन बाद सुमित्रा को दी छुट्टी
सुमित्रा की हालत खराब होने पर रामपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। तीन दिन तक उपचाराधीन होने के बाद चिकित्सकों ने उसे छुट्टी दे दी। शुक्रवार देर रात सुमित्रा की हालत खराब होने पर उसे फिर रामपुर अस्पताल लाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुमित्रा के पिता रोशन लाल ने चिकित्सकों पर ठीक से इलाज न करने और समय पूर्व ही अस्पताल से छुट्टी देने का आरोप लगाया है।
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पुलिस पर लगे आरोपों की होगी जांच : डीएसपी
डीएसपी रामपुर आरपी जसवाल ने कहा कि तकलेच पुलिस चौकी स्टाफ पर लगे आरोपों की छानबीन की जाएगी। पुलिस को अब तक डाक्टरों से फाइनल ओपिनियन नहीं मिल पाई। इस कारण यह दिक्कत पेश आई। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा कायम कर दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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