मनोनीत नपं सदस्याें को लेकर घमासान

रिवालसर (मंडी)। रिवालसर नगर पंचायत में मनोनीत सदस्यों के चयन को लेकर कांग्रेसी नेताआें में रस्साकस्सी तेज हो गई है। प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्व सरकार द्वारा नपं में मनोनीत किए गए तीनों सदस्याें ने एक साथ त्यागपत्र दे दिया था। उनके त्यागपत्र देने के बाद सतारूढ़ कांग्रेस पार्टी से तीन सदस्याें का चयन होना है, लेकिन इसके लिए कांग्रेसी सदस्यों की होड़ लग गई है। कांग्रेसी नेता अपनी-अपनी गोटियां भिड़ाने की जुगत में हैं। बल्ह से तीन नामों के चयन के लिए खासी माथापच्ची चल रही है। इसका नजारा गत रोज आबकारी एवं कराधान मंत्री के लोनिवि विश्राम गृह में पहुंचने पर उस समय देखने को मिला, जब दो दर्जन कांग्रेसी नेता मनोनीत सदस्याें के पद पर काबिज होने के लिए मंत्री के आगे-पीछे कदमताल करते दिखे। इसी बीच कुछ नेता मंत्री के सामने आपस में उलझ भी पड़े थे। नगर पंचायत में मनोनीत सदस्याें के चयन को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन इस दौड़ में शामिल हर सदस्य क्षेत्र के विधायक एवं आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी के समक्ष अपनी अहमियत जताने की कोशिश में है। मनोनीत सदस्याें की रेस में नपं के पूर्व अध्यक्ष पवन गुप्ता, पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, सुंदर सिंह राव, सागर कमल, युकां नेता लक्ष्मी दत्त, विजय कुमार सहित करीब दो दर्जन कांग्रेसी नेताओं की लंबी कतार है। उल्लेखनीय है कि नपं रिवालसर में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के अलावा सात पार्षद हैं। तीन सदस्य मनोनीत होते हैं, जिनके पद मौजूदा समय में खाली चल रहे हैं, लेकिन इन तीन पदों पर दो दर्जन कांग्रेसियों की नजर होने से सहमति नहीं बन रही है।

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