ऊना। शिक्षण संस्था शिक्षा भारती के प्रबंध निदेशक निर्मल ठाकुर ने शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी से प्राचीन पाषाण सभ्यता के अवशेष पाए जाने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि लगभग तीन वर्ष पूर्व वे चताड़ा के बनौड़े महादेव में माथा टेकने गए और उन्होंने घूमते घुमाते आसपास की जमीन में कुछ अजीबोगरीब अवशेष देखे। इसके बाद उन्होंने वह जमीन खरीद ली। ठाकुर ने बताया कि लगभग छह माह से उन्होंने इस जमीन पर खुदाई का काम लगा रखा है। उन्होंने कहा कि इस जमीन से नुकीले और गोलाकार पत्थर के औजार-हथियार हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह जमीन से अवशेष प्राप्त हो रहे हैं, उससे पता चलता है कि यहां प्राचीन काल में कोई कस्बा या बस्ती रही होगी। उन्होंने दावा किया है कि खुदाई के दौरान लगभग 20 लाख वर्ष पुरानी सभ्यता के लोगों के रहन-सहन, खान-पान, वेशभूषा, जीवन शैली और अपनी सुरक्षा एवं कार्यों के लिए प्रयोग कि जाने वाले हथियार और औजारों के बारे में पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुरातत्व विभाग से भी संपर्क साधा जा रहा है।
Related posts
-
खेल प्रेमियों के लिए सौगात : मुख्यमंत्री युवा खेल प्रोत्साहन योजना के तहत खेल मैदान बनाने की प्रक्रिया आरम्भ
जिला ऊना के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को खेलों के जोड़ने के लिए जिला युवा सेवाएं... -
देश का नंबर एक संस्थान बनेगा ऊना का ट्रिपल आईटी : मुकेश अग्निहोत्री
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) ऊना का द्वितीय संस्थान दिवस मंगलवार को कॉलेज परिसर सलोह... -
केंद्रीय मंत्रालय ने मंजूर किया प्रस्ताव तो औद्योगिक क्षेत्रों का होगा कायाकल्प
ऊना। जिला उद्योग विभाग ने दो नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने और तीन पुराने औद्योगिक क्षेत्रों...