एसएसपी ने बताया कि डिसमिस किया गया आरोपी एएसआई जोगिंदर सिंह तीन फरवरी 1992 को नौकरी लगा था और वारदात के वक्त पुलिस चौकी मवी कलां में तैनात था। एएसआई राजप्रीत सिंह 15 अक्तूबर 2011 को भर्ती हुआ था और सन्नौर पुलिस थाने में तैनात था। एएसआई दिलबाग सिंह ने 15 नवंबर 1989 को नौकरी ज्वाइन की थी और यह सांझ केंद्र पुलिस थाना सिविल लाइन में तैनात था।
हवलदार अमरीक सिंह 19 मई 1992 को नौकरी लगा था और एमएचसी सिविल लाइन में तैनात था।
गौरतलब है कि मामले में पकड़े गए एएसआई जोगिंदर सिंह, एएसआई राजप्रीत सिंह व इनके साथियों पर 26 अगस्त को आरोप तय होंगे। इसके बाद पुलिस की तरफ से आरोपियों पर लगाई धाराओं के तहत सुबूत पेश किए जाएंगे और मामले का ट्रायल शुरू हो जाएगा। पादरी एंथनी के घर छापे के दौरान आरोपियों ने छह करोड़ गायब कर दिए थे। इनमें से चार करोड़ 51 लाख आरोपियों से पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।